जयपुर. कांग्रेस की चौथी सूची में टिकट कटने के बाद खिलाड़ी लाल बैरवा ने राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने बुधवार को अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पद से इस्तीफा देने की घोषणा की. बैरवा ने कहा कि उन्हें सच बोलने की सजा मिली है. इसलिए आलाकमान को सारी चीजें पता होनी चाहिए. इसलिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस्तीफा भिजवाया है.
खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा कि उन्होंने अनुसूचित जाति के लोगों की आवाज बुलंद की. पार्टी के प्रति वफादारी निभाई और हमेशा सच बोलने की हिम्मत दिखाई. इसी का खामियाजा भुगतना पड़ा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि आप मांगते-मांगते थक जाओगे, लेकिन मैं देते-देते नहीं थकूंगा. मेरे साथ उल्टा हुआ है. मैंने मांग की कि अनुसूचित जाति आयोग को वैधानिक दर्जा दिया जाए, लेकिन मेरी मांग को दरकिनार किया गया. मुआवजा राशि देने में भी भेदभाव का मुद्दा उठाया. किसी को 50 लाख और किसी को 5-10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पिछले साल 25 सितंबर को पार्टी आलाकमान के खिलाफ हुई बैठक में वह शामिल नहीं हुए और पार्टी के प्रति वफादारी निभाई. इसका उन्हें इनाम मिला है. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा पर उनका टिकट कटवाने का आरोप लगाया और कहा कि इससे व्यथित होकर वह एससी आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं. साथ ही कहा कि उन्होंने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की बात कही थी, इसलिए उनका टिकट काटा गया है.
जिन्होंने बगावत की, उन्हें कतई नहीं मिले टिकट : खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा कि 25 सितंबर को कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ शांति धारीवाल के आवास पर सामानांतर बैठक की और आलाकमान से बगावत की. उन्हें कतई टिकट नहीं दिया जाना चाहिए. उन्होंने शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ पर आलाकमान से बगावत करने का आरोप लगाया है.
बसेड़ी से संजय कुमार को बनाया है प्रत्याशी : दरअसल, कांग्रेस ने सोमवार रात को प्रत्याशियों की चौथी सूची जारी की थी. इसमें बसेड़ी से संजय कुमार को प्रत्याशी बनाया गया है, जबकि साल 2018 में खिलाड़ीलाल बैरवा को प्रत्याशी बनाया गया और वे चुनाव जीते. इसके बाद उन्हें एससी आयोग का अध्यक्ष बनाया गया. खिलाड़ी लाल बैरवा सचिन पायलट के समर्थक माने जाते हैं.
200 सीट नहीं जीते तो इन चार से लेना चाहिए इस्तीफा : कांग्रेस के आंतरिक सर्वे के आधार पर टिकट वितरण जिताऊ प्रत्याशी को टिकट देने की बात कही जा रही है. इस पूरी प्रक्रिया पर खिलाड़ी लाल बैरवा ने सवाल उठाया कि जिताऊ को टिकट दिया जा रहा है और जो सर्वे में हार रहे हैं. उनकी टिकट काटने की बात कही जा रही है. ऐसे में तो प्रदेश की सभी 200 सीट पर कांग्रेस की जीत होनी चाहिए. यदि ऐसा नहीं होता है तो मुख्यमंत्री, पीसीसी अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी और महासचिव का आलाकमान को इस्तीफा लेना चाहिए.