जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ शुरू होने वाली बीजेपी की जन आक्रोश यात्रा (BJP Jan Aakrosh Yatra) की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन इस बीच जयपुर में होने वाली जन आक्रोश यात्रा को स्थगित कर (BJP Jan Aakrosh Yatra postponed) दिया गया है. बताया जा रहा है कि अब ये यात्रा फरवरी में होगी. सूत्रों की माने तो केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी नही मिलने के चलते इस सभा को स्थगित किया गया है. अब प्रदेश के नेता ही रथ पर सवार होकर 200 विधानसभा क्षेत्रों में जन आक्रोश यात्रा निकालेंगे. बीजेपी जन आक्रोश यात्रा के जरिये बूथ स्तर तक 3 लाख कार्यकर्ताओं को प्रत्यक्ष रूप से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है.
अब फरवरी में होगी बीजेपी की सभा
दिसम्बर में जहां एक ओर गहलोत सरकार के 4 साल पूरे होने पर कांग्रेस जश्न मनाने की तैयारी में है तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष में बैठी बीजेपी इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाएगी. हालांकि 17 दिसंबर को जयपुर में प्रस्तवित जन आक्रोश यात्रा को स्थगित कर दिया गया है. सूत्रों की माने तो केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी नहीं मिलने के चलते इस सभा को फिलहाल के लिए स्थगित करते हुए फरवरी में प्रस्तवित रखा गया है.
पढ़ें. सरकार के खिलाफ आक्रोश: 26 नवंबर से भाजपा निकालेगी प्रदेश भर में जन अक्रोश यात्रा, जयपुर से होगा आगाज
दरअसल प्रदेश के बीजेपी नेताओं की मंशा थी कि सरकार के खिलाफ 20 दिन तक चलने वाली इस जन आक्रोश यात्रा का समापन जनाक्रोश सभा के जरिए हो. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्रीय नेताओं को इस में आमंत्रित किया जाए और आगामी विधानसभा का चुनावी आगाज भी इसी जनाक्रोश यात्रा के जरिये किया जाए, लेकिन केंद्रीय नेताओं से इसको लेकर हरी झंडी नहीं मिली है. अब यह माना जा रहा है कि फरवरी में बीजेपी जयपुर में एक बड़ी जनसभा सरकार के खिलाफ कर सकती है, जिसमें केंद्र नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा.
पढ़ें. भाजपा जिला कार्यसमिति की बैठक में प्रस्ताव पारित: बीजेपी हर विधानसभा में निकालेगी जन आक्रोश यात्रा
200 विधानसभा में रथ पर सवार होकर निकलेगी जन आक्रोश यात्रा -
गहलोत सरकार खिलाफ सभी 33 जिलों की 200 विधानसभा सीटों पर यह जन आक्रोश यात्रा पहुंचेगी जिसमें पार्टी के बड़े नेता शामिल होंगे. संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने यात्राओं का रोड मैप का जिम्मा स्वयं के हाथ में लिया हुआ है. चंद्रशेखर जन आक्रोश यात्रा की पूरी प्लानिंग को अंजाम देने में जुटे हैं. यात्रा के दौरान अलग-अलग स्थानों पर कम से कम 8 से 10 चौपाल और वेलकम पॉइन्ट बनाए जाएंगे और हर एक विधानसभा में 100 से ज्यादा चौपाल बनाई जाएगी. लक्ष्य रखा गया है कि चौपाल के जरिए बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं को प्रत्यक्ष रूप से जोड़ा जाए.
ये होंगे यात्रा के मुद्दे
जन आक्रोश यात्रा के जरिए बीजेपी के नेता सरकार के कर्ज माफी की घोषणा, बेरोजगारों को रोजगार के लिए किए वादे, किसानों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की घोषणा और कानून व्यवस्था सहित एक दर्जन मुद्दों पर सरकार के खिलाफ जन-जन तक पहुंच नाकामी गिनाएगी. बीजेपी की रणनीति है कि जिन फ्लैगशिप योजनाओं के जरिए सरकार चुनाव में जनता के बीच जाने वाली है. उन योजनाओं की नाकामियों को वह उससे पहले जनता तक पहुंचाएंगे.