डूंगरपुर. शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 को लेकर डूंगरपुर- उदयपुर सीमा पर विवाद कम होता नजर आ रहा है. रविवार को जनप्रतिनिधियों प्रशासनिक समिति और आंदोलनकारियों की एक बैठक आयोजित हुई. जिसमें राज्य सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर अर्जुन बामणिया समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि प्रशासनिक अधिकारी और प्रदेश के आला पुलिस अधिकारी मौजूद रहे.
इस बैठक के बाद जिस हाइवे पर पिछले 60 घंटों से ज्यादा वक्त से आंदोलनकारियों का कब्जा था, उस पर फ्लैग मार्च निकाला गया. इस दौरान कांग्रेस बीजेपी बीटीपी के जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. सभी जनप्रतिनिधियों के साथ पुलिस के आला अधिकारियों ने फ्लैग मार्च किया. साथ ही सभी ने आम जनता से इस पूरे मामले पर शांति बनाए रखने की अपील भी की.
इस दौरान कांग्रेस के जनजातिय मंत्री अर्जुन बामणिया, रघुवीर मीणा, गणेश घोघरा मौजूद रहे. वहीं बीटीपी के राजकुमार रोत और बीजेपी के अर्जुन लाल मीणा और सुशील कटारा मौजूद रहे. सभी ने एक स्वर में इस आंदोलन को खत्म कर शांति का रुख अपनाने की बात कही. वहीं राजस्थान पुलिस के आला अधिकारी मोहनलाल लाठर, आईपीएस आनंद श्रीवास्तव, आईपीएस दिनेश एमएन मौजूद रहे. पुलिस अधिकारियों ने भी इस दौरान सभी से शांति बनाए रखने की अपील की.
बता दें कि शिक्षक भर्ती- 2018 में खाली सीटों को ST कोटे से भरने की मांग को लेकर शुरू हुआ हिंसक आंदोलन के रविवार को कम होने की संभावना नजर आ रही है. उपद्रवियों ने रविवार को भी डूंगरपुर-आसपुर मार्ग पर कंजड़ी घाटा पर जाम लगाया था. जिसके बाद हवाई फायर कर पुलिस ने उपद्रवी समर्थकों को खदेड़ा. आंदोलनकारी पिछले 3 से NH- 8 पर पिछले 60 घंटे से अधिक से कब्जा जमाकर बैठे हैं और पहाड़ियों से पुलिस के ऊपर रह-रहकर पत्थरबाजी कर रहे हैं. उपद्रवियों ने खेरवाड़ा कस्बे की श्रीनाथ कॉलोनी स्थित कई घरों में लूटपाट और तोड़फोड़ की. वहीं शनिवार शाम उपद्रवियों प्रदर्शन के हौरान फायरिंग की. जिसमें एक 13 साल के किशोर की गोली लगने से मौत हो गई. वहीं क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि आंदोलनकारियों से समझाइश कर मामले को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं.