ETV Bharat / state

डूंगरपुर: माडा पंचायत में गबन, सरपंच-सचिव ने बिना ग्रेवल बिछाएं 4.50 लाख का किया भुगतान

author img

By

Published : Jun 22, 2021, 12:59 PM IST

डूंगरपुर की ग्राम पंचायत माडा में सचिव और सरपंच पर गबन करने का आरोप लगाया गया है. जहां पंचायत समिति की ओर से जांच टीम का गठन किया गया है, जो पूरे मामले की जांच कर रही है.

डूंगरपुर माडा पंचायत में गबन, Embezzlement in Dungarpur Mada Panchayat
डूंगरपुर माडा पंचायत में गबन

डूंगरपुर. जिले की पंचायत समिति की ग्राम पंचायत माडा में सचिव और सरपंच की ओर से बिना काम किए ही लाखों रुपए का भुगतान अपने रिश्तेदार की फर्म को कर गबन करने का मामला सामने आया है. मामला पंचायत मद से सामितेड आंगनबाड़ी से मुख्य सड़क तक ग्रेवल सड़क निर्माण से जुड़ा है, जहां पर बिना ग्रेवल सड़क का निर्माण कर साढ़े चार लाख से अधिक की राशि उठाई गई है. वहीं सामितेड आंगनबाड़ी से मुख्य सड़क तक वर्ष 2015 तक पहले से ही सीसी सड़क मौजूद है.

पंचायत समिति डूंगरपुर के ग्राम पंचायत माडा में सरकारी खजाने से अपना और अपने रिश्तेदारों का घर भरने का खुला खेल बेनकाब हुआ है. दरअसल ग्राम पंचायत माडा में ग्राम पंचायत के सचिव जितेश ने कनबा गांव स्थित अपने परिचित के बिल्डिंग मटेरियल की फर्म को साढ़े 4 लाख रुपए का भुगतान नेफ्ट बैंकिंग से कर दिया. इस भुगतान को ग्राम पंचायत के मद से आंगनबाड़ी सामिटेड से मुख्य सड़क तक ग्रेवल सड़क निर्माण के लिए करना कि बात सामने आई है, जबकि मौके पर अब तक कोई ग्रेवल सड़क नहीं है.

डूंगरपुर माडा पंचायत में गबन

पढ़ें- धार्मिक स्थल और मल्टीप्लेक्स खोलने की तैयारी में सरकार, अनलॉक-3 की गाइडलाइन के लिए कैबिनेट बैठक जल्द

बता दें कि इसी नाम की सीसी सड़क मनरेगा योजना में साल 2015 में बन चुकी थी. इस मामले की शिकायत माडा निवासी दिलीप ने जिला परिषद सीईओ से की तो पंचायत समिति और जिला परिषद दोनो ने अलग-अलग जांच कमेटी बनाकर मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन 10 दिन बाद भी शिकायतकर्ता पर मामला रफा दफा करने का दबाव बनाया जा रहा है.

मामले को रफा दफा करने की तैयारी

इधर पूरे मामले की जांच में जुटी टीम अब तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है. वहीं जांच दलों से जब इसके कारण पूछे गए तो उनका सीधा सा जवाब है कि अभी सभी दस्तावेज उनके पास नहीं है, लेकिन जब जांच दल ग्राम पंचायत माडा में जांचकर लौट आए है और शिकायतकर्ता सहित आरोपी सचिव जितेश के बयान भी ले चुके है, तो किस दस्तावेज की कमी है. सूत्रों की माने तो जांच दल गुपचुप मौके पर सड़क बनने देने की राह देख रहा है, ताकि मामले को रफा दफा किया जा सके.

पढ़ें- Fuel Price : पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर बढ़ोतरी, जानें आज के PRICE

जांच रिपोर्ट का इंतजार

बहरहाल मामला सामने आने के बाद डूंगरपुर पंचायत समिति की ओर से जांच टीम का गठन किया गया है. वहीं जांच टीम का गठन किए 10 दिन बीत चुके है, लेकिन 10 दिन बाद भी जांच टीम की जांच पूरी नहीं हो पाई है. ऐसे में कहीं न कहीं पंचायत समिति की जांच टीम की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे है. खैर अब देखना होगा कि पंचायत समिति की जांच कब तक पूरी होती है और पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ किस प्रकार की कार्रवाई अमल में लाई जाती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.