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Constitution Day: संविधान का मुख्य उद्देश्य धार्मिक, राजनीतिक और शैक्षणिक दृष्टि से जन कल्याण करना है : गिरीश

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Published : Nov 26, 2019, 2:45 PM IST

दौसा में मंगलवार को बार एसोसिएशन भवन में संविधान दिवस को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने कहा कि संविधान का मुख्य उद्देश्य जनकल्याण है, सभी का कल्याण हो, सभी को न्याय मिले, धार्मिक राजनीतिक और शैक्षणिक दृष्टि से सभी के अधिकारों की पूर्ति हो.

संविधान दिवस 2019,  Constitution Day 2019
संविधान का मुख्य उद्देश्य जनकल्याण करना

दौसा. शहर में मंगलवार को न्यायालय परिसर में धूमधाम से संविधान दिवस मनाया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला एवं सेशन न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने उपस्थित रहे. साथ ही समारोह को संबोधित करते हुए गिरीश शर्मा ने कहा कि साल 2015 में बाबा साहब अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में यह महसूस किया गया कि राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस संविधान के रूप में मनाया जाता है, जो कि अधूरापन सा है. तब से 26 नवंबर को संविधान अंगीकृत दिवस के रूप में पूरे राष्ट्र में मनाया जाने लगा.

संविधान का मुख्य उद्देश्य जनकल्याण करना

इस दौरान न्यायालय परिसर के बार एसोसिएशन भवन में संविधान को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. विचार गोष्ठी में संविधान की प्रस्तावना संविधान की मूल भावना लेकर वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए. इस दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने कहा कि संविधान का मुख्य उद्देश्य जनकल्याण है, सभी का कल्याण हो, सभी को न्याय मिले, धार्मिक राजनीतिक और शैक्षिक दृष्टि से सभी के अधिकारों की पूर्ति हो. इसी उद्देश्य से देशभर में सविधान दिवस मनाया जाता है.

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इस दौरान न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने संविधान दिवस पर जागरूकता लाने के लिए जागरूकता रैली को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. साथ ही समारोह के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेखा वधवा बार एसोसिएशन अध्यक्ष अवधेश शर्मा सहित सभी न्यायिक अधिकारी और अधिवक्ता गण मौजूद रहे.

Intro:मंगलवार को न्यायालय परिसर में धूमधाम से मनाया गया संविधान दिवस ।। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला एवं सेशन न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 2015 में बाबा साहब अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष में यह महसूस किया गया कि राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस संविधान के रूप में मनाया जाता है जो कि अधूरापन सा है । तब से 26 नवंबर को संविधान अंगीकृत दिवस के रूप में पूरे राष्ट्र में मनाया जाने लगा।Body:दौसा मंगलवार को न्यायालय परिसर में धूमधाम से मनाया गया संविधान दिवस ।। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला एवं सेशन न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 2015 में बाबा साहब अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष में यह महसूस किया गया कि राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस संविधान के रूप में मनाया जाता है जो कि अधूरापन सा है । उस अधूरे पन को पूरा करने के लिए तब से 26 नवंबर को संविधान अंगीकृत दिवस के रूप में पूरे राष्ट्र में मनाया जाने लगा । इस दौरान न्यायालय परिसर के बार एसोसिएशन भवन में सविधान को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । विचार गोष्ठी में संविधान की प्रस्तावना संविधान की मूल भावना लेकर वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए । इस दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने कहा कि सविधान का मुख्य उद्देश्य जनकल्याण है सभी का कल्याण हो सभी को न्याय मिले, धार्मिक राजनीतिक व शैक्षिक दृष्टि से सभी के अधिकारों की पूर्ति हो । इसी उद्देश्य से देशभर में सविधान दिवस मनाया जाता है । इस दौरान न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने संविधान दिवस पर जागरूकता लाने के लिए जागरूकता रैली को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । समारोह के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेखा वधवा बार एसोसिएशन अध्यक्ष अवधेश शर्मा सहित सभी न्यायिक अधिकारी एवं अधिवक्ता गण मौजूद रहे ।
बाइट गिरीश शर्मा जिला एवं सेशन न्यायाधीशConclusion:
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