ETV Bharat / state

सुरक्षित बचपन संरक्षित बचपन विषय पर कार्यशाला आयोजित, बच्चों को बताया 'गुड टच-बैड टच' के बारे में

author img

By

Published : Oct 20, 2019, 10:48 PM IST

बूंदी संरक्षित बचपन कार्यशाला, Bundi news, Workshop on Safe Childhood

बूंदी में जिला स्तरीय समेकित बाल संरक्षण और क्षमता वर्धन कार्यशाला का आयोजिन किया गया. जिसमें बाल अपराध, गुड टच-बैड टच, किशोर न्याय अधिनियम के बारे में चर्चा कर लोगों को जागरुक किया गया. इस दौरान कार्यशाला में सामाजिक संस्था से लेकर बाल अधिकारिता विभाग और पुलिस के अधिकारियों ने शिरकत की.

बूंदी. बाल संरक्षण इकाई, बाल अधिकारिता विभाग और वर्ल्डविजन संस्था के सहयोग से सुरक्षित बचपन, संरक्षित बचपन विषय पर जिला स्तरीय समेकित बाल संरक्षण और क्षमता वर्धन कार्यशाला का आयोजन किया गयाा. जिसमें जिलेभर से आए अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान बाल अपराध, गुड टच बैड टच के बारे में अधिकारियों को वक्ताओं ने जानकारी दी.

सुरक्षित बचपन संरक्षित बचपन विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई

बता दें कि कार्यशाला में बच्चों के लिए देखभाल सुविधा पालक और किशोर न्याय अधिनियम सहित कई एक्ट के बारे में पुलिस की भूमिका को लेकर विस्तार से चर्चा की गई. साथ ही कार्यशाला में उद्घाटन सत्र में दो टेक्निकल सत्र और समापन सत्र हुआ. इससे पूर्व दीप प्रज्वलन कर स्वागत उद्बोधन जिला बाल संरक्षण इकाई सहायक निदेशक जगदीश प्रसाद सांवरिया और वर्ल्डविजन के डायरेक्टर अजय कुमार की ओर से किया गया.

पढ़ेंः पायलट सही है...बड़े निर्णय कैबिनेट में होने चाहिए, लेकिन सरकार में बंटवारे की लड़ाई शुरू हो चुकी है : किरोड़ी लाल मीणा

कार्यशाला के विभिन्न सत्रों का संचालन किशोर न्याय सदस्य राजकुमार दाधीच ने किया. कार्यशाला में बाल संरक्षण के वातावरण का निर्माण करना और बच्चों को कमजोर करने की ओर ले जाने वाले सामाजिक प्रतिबंधों, किशोर न्याय बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 के समेकित बाल संरक्षण योजना के अंतर्गत विभिन्न विभागों के लिए समन्वय स्थापित करने पर चर्चा की गई.

वहीं बच्चों की प्रभावी पुनर्वास के लिए प्रत्येक स्तर पर उत्तरदाई बालिकाओं और आगे बढ़ने के तरीकों को समझाने, बच्चों के लिए वैकल्पिक देखभाल और सुविधा के लिए पालक किशोर न्याय अधिनियम 2015, अधिनियम 2012, पोक्सो एक्ट और पुलिस की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई. वहीं द्वितीय सत्र के पश्चात कोमन फिल्म दिखाई गई जो बाल संरक्षण पर आधारित थी.

पढ़ेंः 2 साल पूरे होने के उपलक्ष में दहेज बंदी संकल्प दिवस मनाएगा बागड़ा ब्राह्मण समाज

बता दें कि कार्यशाला में बूंदी जिले के 18 थानों के पुलिस बाल कल्याण अधिकारी, प्रारंभिक शिक्षा विभाग, जिला शिक्षा विभाग के विभिन्न संस्थानों और विभागों के प्रभारी प्रतिनिधि के रूप में सम्मानित हुए. कार्यशाला के अंत में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय सेवा करने वाले सभी लोगों को सम्मानित किया गया. वहीं कार्यशाला का समापन पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए पौधे चिन्ह के रूप में समस्त अधिकारीगण को स्मृति के रूप में दिया गया.

Intro:बूंदी में बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग एवं वर्ल्डविजन संस्था के सहयोग से सुरक्षित बचपन संरक्षित बचपन विषय पर जिला स्तरीय समय के बाल संरक्षण एवं क्षमता वर्धन कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमें जिलेभर से आए अधिकारी मौजूद रहे । जहां पर गुड टच बैड टच के बारे में अधिकारियों को वक्ताओं ने जानकारी दी । वहीं बच्चों के लिए देखभाल सुविधा पालक एवं किशोर न्याय अधिनियम सहित कई एक्ट के बारे में एवं पुलिस की भूमिका को लेकर विस्तार से चर्चा की गई ।


Body:बूंदी में बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग एवं वर्ल्डविजन संस्था के सहयोग से सुरक्षित बचपन संरक्षित बचपन विषय पर जिला स्तरीय समेकित बाल संरक्षण एवं क्षमता वर्धन कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्व कालिक सचिव विनोद कुमार वाजा रहे ,कार्यक्रम की अध्यक्षता किशोर न्याय बोर्ड प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट हनुमान सहाय जाट ने की। विशिष्ट अतिथि कोटा के प्रोफेसर अरुण कुमार शर्मा ,लोक अदालत के स्थाई सदस्य मौजूद रहे । कार्यशाला में मुख्य वक्ता ऑफिसर अरुण कुमार शर्मा ,किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य नीतू नुवाल ,बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष चतुर्भुज महावर ,वर्ल्ड विजन के संत सिंह मौजूद रहे ।

कार्यशाला में उद्घाटन सत्र में दो टेक्निकल एवं सत्र एवं समापन सत्र हुआ । इससे पूर्व दीप प्रज्वलन कर स्वागत उद्बोधन जिला बाल संरक्षण इकाई सहायक निदेशक जगदीश प्रसाद सांवरिया वर्ल्डविजन के डायरेक्टर अजय कुमार द्वारा किया गया । कार्यशाला के विभिन्न सत्रों का संचालन किशोर न्याय सदस्य राजकुमार दाधीच ने किया । सुरक्षित बचपन संरक्षित बचपन विषय पर रखी कार्यशाला में बाल संरक्षण के वातावरण का निर्माण करना और बच्चों को कमजोर करने की ओर ले जाने वाले सामाजिक प्रतिबंधों किशोर न्याय बालकों की देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम 2015 के समेकित बाल संरक्षण योजना के अंतर्गत विभिन्न विभागों के लिए समन्वय स्थापित करने पर चर्चा की गई । वहीं बच्चों की प्रभावी पुनर्वास के लिए प्रत्येक स्तर पर उत्तरदाई एवं बालिकाओं और आगे बढ़ने के तरीकों को समझाने बच्चों के लिए वैकल्पिक देखभाल एवं सुविधा के लिए पालक किशोर न्याय अधिनियम 2015 अधिनियम 2012 पोक्सो एक्ट एवं एवं पुलिस की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई ।

द्वितीय सत्र के पश्चात कोमन फिल्म दिखाई गई जो बाल संरक्षण पर आधारित थी । कार्यशाला के दौरान बाल कल्याण समिति सदस्य साधना श्रृंगी ,डॉक्टर सुलोचना शर्मा ,अंजना जैन, शोभा कासट न,महिला अधिकारी विभाग के भैरू लाल नागर ,जिला बाल संरक्षण इकाई के गोविंद कुमार गुप्ता ,दीपिका वशिष्ठ एवं वर्ल्डविजन के एनजीओ के स्वयंसेवी गण उपस्थित रहे ।


Conclusion:कार्यशाला में बूंदी जिले के 18 थानों के पुलिस बाल कल्याण अधिकारी, प्रारंभिक शिक्षा विभाग ,जिला शिक्षा विभाग विभिन्न संस्थानों एवं विभागों के प्रभारी प्रतिनिधि के रूप में सम्मानित हुए। कार्यशाला के अंत में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय सेवा करने वाले सभी भाइयों को सम्मानित किया गया । कार्यशाला का समापन पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए पौधे चिन्ह के रूप में समस्त अधिकारीगण को स्मृति में बैठ किया गया ।

बाईट - अरुण कुमार , पोक्सो एडीजे कोर्ट जज
बाईट - राजकुमार दाधीच , सदस्य किशोर न्याय बोर्ड
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.