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बूंदी में आदिवासी व्यक्ति की मौत, परिजनों ने प्रदर्शन करते हुए पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

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Published : Nov 9, 2020, 8:43 PM IST

बूंदी में सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रामनगर में एक आदिवासी की मौत के बाद हंगामा हो गया. मृतक के परिजनों ने पुलिसकर्मियों की मारपीट से आदिवासी की मौत होने का आरोप लगाया है और करीब पांच घंटे तक बूंदी के सामान्य अस्पताल के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया. यहां मौके पर पहुंचे न्यायिक अधिकारियों ने मामले में निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ.

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पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

बूंदी. सदर थाना क्षेत्र के रामनगर में एक कंजर जाति के व्यक्ति हरजी कंजर की मौत के मामले में बड़ा बवाल देखने को मिला है. यहां बूंदी अस्पताल में समाज से जुड़े लोगों ने करीब पांच घंटे तक हंगामा मचाए रखा. आरोप यह था कि सदर थाने कि रामनगर चौकी में तैनात तीन पुलिसकर्मियों सहित एक सब इंस्पेक्टर द्वारा रामनगर निवासी हरजी कंजर के साथ मारपीट करने के चलते मौत हुई है. इस मामले में पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए समाज से जुड़े लोगों ने जमकर हंगामा काटा. यहां पर महिलाओं ने जमकर पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाए और धक्का-मुक्की की.

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

हंगामे की सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली. लेकिन हंगामा बढ़ता देख मौके पर पुलिस को आरएसी के जवान तक बुलाने पड़ गए और अस्पताल परिसर जंग का अखाड़ा बन गया. एक तरफ हंगामा करते हुए परिजन दिखाई दे रहे थे तो दूसरी ओर पुलिस का भारी बल उन्हें हंगामा करने से रोक रहा था. मृतक के परिजनों का कहना था कि पुलिसकर्मियों द्वारा दिवाली के अवसर पर कंधी मांगने के लिए पुलिसकर्मी आए थे, तभी मना करने पर जबरदस्ती करने लगे और ढाबा संचालक हरजी कंजर के साथ मारपीट कर उसे मौत के घाट उतार दिया और हमें मृत अवस्था में हरजी कंजर को थमा दिया और तबीयत खराब होने का हवाला देकर मौत की बात बताते हुए चले गए.

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ऐसे में पुलिस ने मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश की. हंगामा कर रहे परिजनों ने कहा कि जब तक एक सरकारी नौकरी नहीं मिल जाती और 20 लाख रुपए का मुआवजा नहीं मिल जाता, तब तक वे डेड बॉडी नहीं उठाएंगे. करीब पांच घंटे तक बूंदी जिला अस्पताल के बाहर चले हंगामे के बाद पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरी लाल, सहायक पुलिस अधीक्षक कुंदन कांवरिया, पुलिस उपाधीक्षक दीपक मीणा और पुलिस उपाधीक्षक गोपीचंद मीणा सहित विभिन्न थाना पुलिस मौके पर पहुंची और कानून व्यवस्था को संभाला.

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परिवार जन मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे थे, इस पर सूचना लगते ही कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों के प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे. यहां कांग्रेस नेता सत्येश शर्मा, चर्मेश शर्मा और बीजेपी विधायक अशोक डोगरा परिवार के बीच पहुंचे और मामले की जानकारी जुटाई. पूरी कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन परिजन पुलिस और जनप्रतिनिधियों की लाख समझाइश के बाद में नहीं माने और कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. यहां पर बूंदी एसपी शिवराज मीणा ने परिजनों को आश्वासन दिया कि वे इस मामले की न्यायिक जांच करवाएंगे तो परिजनों ने मौके पर न्यायिक अधिकारी की बुलाने की मांग की.

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इस पर बूंदी एसजीएम हनुमान सहाय मौके पर पहुंचे और परिजनों को पोस्टमार्टम के बाद कार्रवाई का भरोसा दिलाया. तब जाकर परिजन माने और परिजनों ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर मामले की रिपोर्ट पुलिस को सौंपी है. इस मामले में बूंदी एसपी शिवराज मीणा का कहना है कि परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की है और उनमें से हरजी नामक एक कंजर की मौत की जानकारी सामने आई है. मामले की न्यायिक जांच करवाई जा रही है, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

मामले में सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी और सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी हरजी कंजर को जबरन खींच रहे हैं व जबरदस्ती कर रहे हैं. साथ ही छीना झपटी जैसी आवाजें सामने आ रही हैं. बताया जा रहा है कि यह वीडियो पुलिसकर्मी द्वारा की गई मारपीट का ही है.

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