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Stalin Remark on Sanatan Dharma : संत समाज में आक्रोश, आज भीलवाड़ा बंद का आह्वान

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 4, 2023, 10:40 PM IST

Updated : Sep 5, 2023, 8:13 AM IST

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे की ओर से सनातन धर्म की तुलना बीमारी से करने के बाद अब संत समाज में आक्रोश फैल गया है. हरी सेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर हंसाराम जी महाराज ने सोमवार को बैठक कर मंगलवार को शहर बंद का आह्वान किया है.

Sant Samaj Called For Bhilwara Band
संत समाज ने भीलवाड़ा बंद का आह्वान किया

महामंडलेश्वर हंसाराम जी महाराज

भीलवाड़ा. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन की ओर से सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान पर संत समाज में आक्रोश फैल गया है. सोमवार को हरी सेवा उदासीन आश्रम की महामंडलेश्वर हंसराम जी महाराज के नेतृत्व में बैठक आयोजित हुई. इस दौरान मंगलवार को भीलवाड़ा शहर बंद रखने का निर्णय लिया गया.

आश्रम के महामंडलेश्वर हंसाराम जी महाराज ने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन, जो तमिलनाडु राज्य में मंत्री भी हैं, उन्होंने सनातन धर्म को खत्म करने का बयान दिया है. इसको लेकर पूरे सनातन समाज और संत समाज में आक्रोश है. देश में सबसे पहले सनातन धर्म समाज के आह्वान पर मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्वैच्छिक बंद रहेगा. सुबह 9 बजे सूचना केंद्र बजरंगी चौराहे पर सभा का आयोजन होगा.

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सनातन धर्म के खिलाफ बोलने वाले को गिरफ्तार करें : इसके बाद संतों के नेतृत्व में सनातन धर्म से जुड़े महिला पुरुष जुलूस के रूप में जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचेंगे. यहां जिला कलेक्टर आशीष मोदी को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री और तमिलनाडु के राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा. हमने मांग की है कि जिन्होंने सनातन धर्म के लिए बोला है, उनको गिरफ्तार करें. हम उनके खिलाफ पुलिस को भी सूचना देंगे और गिरफ्तारी की मांग करेंगे. अगर उन पर कार्रवाई नहीं होती है तो सनातन समाज जो भी निर्णय लेगा उस अनुरूप हम आगे कार्रवाई की मांग करेंगे.

मजहब के नाम पर यह ढोंग रच रहे थे ? : उन्होंने इस बयान की निंदा नहीं करने वाली राजनीतिक पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि अब तक इस बयान की निंदा सिर्फ भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी दल ने की है, लेकिन 'इंडिया एलायंस' से किसी ने भी इसके खिलाफ नहीं बोला है. पिछले कुछ दिनों से अन्य राजनीतिक पार्टियों के राजनेता धार्मिक यात्रा, रुद्राक्ष और कावड़ बांटने जैसा आयोजन कर रहे हैं, तो उनसे सवाल है कि क्या मजहब के नाम पर यह ढोंग रच रहे थे ? अगर वो सनातन धर्म के साथ हैं तो उनका अभी तक किसी भी प्रकार का बयान क्यों नहीं आया है? बता दे कि बैठक में संत समाज, विश्व हिंदू परिषद, आर.एस.एस और सामाजिक संगठन से जुड़े पदाधिकारी भी मौजूद रहे.

Last Updated : Sep 5, 2023, 8:13 AM IST
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