भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा में बुधवार को हुए किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 'इंडिया' गठबंधन में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की न केवल प्रमुख भूमिका बताया, बल्कि यहां तक कह दिया कि 'इंडिया' नाम से जो गठबंधन बना है उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एनडीए सरकार, आरएसएस और बीजेपी की चूलें हिल गई है. गहलोत ने कहा कि हालात यह हो गए हैं कि प्रधानमंत्री अलग तरह से रिएक्शन दे रहे हैं. विपक्षी पार्टीयो को कोस रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं.
इससे आप सोच सकते हैं कि प्रधानमंत्री को विपक्ष के गठबंधन से तकलीफ क्यों हो रही है. गहलोत ने कहा कि देश मे आज विपक्ष का मजबूत गठबंधन बन चुका है. गहलोत ने कहा कि जिस तरह सोनिया गांधी अध्यक्ष बनीं थीं तो 15-17 राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनी थी. अब मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने के बाद हिमाचल, कर्नाटक हम जीते हैं. अब राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ की बारी है.
गहलोत ने कहा कि सच्चाई हमारे पक्ष में है, जीत हमारे पक्ष में है. गहलोत ने इस दौरान अपनी योजनाओं के बारे में बताते हुए आज से शुरू हुई कामधेनु योजना के बारे में भी बताया, जिसके तहत बुधवार से प्रदेश के 80 लाख परिवारों को उनकी गाय और भैंस का इंश्योरेंस होगा, जिसका प्रीमियम सरकार भरेगी. पार्लिमेंट का सेशन क्यो बुलाया, यह भी विपक्ष को नही बताना, लोकतंत्र को खतरा है.
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वीर भूमि में आगमन
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 6, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
उल्लासित हुआ हर नयन
शक्ति व सद्भाव की भूमि भीलवाड़ा में कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे जी का सहृदय स्वागत है।
आपका आगमन हर नयन में नव आशा व ऊर्जा का संवाहक है।@Kharge pic.twitter.com/s0fhbHIwXM
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 6, 2023
उल्लासित हुआ हर नयन
शक्ति व सद्भाव की भूमि भीलवाड़ा में कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे जी का सहृदय स्वागत है।
आपका आगमन हर नयन में नव आशा व ऊर्जा का संवाहक है।@Kharge pic.twitter.com/s0fhbHIwXMवीर भूमि में आगमन
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उल्लासित हुआ हर नयन
शक्ति व सद्भाव की भूमि भीलवाड़ा में कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे जी का सहृदय स्वागत है।
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पार्लियामेंट का स्पेशल सेशन बुलाया है, लेकिन अब तक किसी को नहीं बताया कि यह पार्लियामेंट सेशन क्यों बुलाया गया है. कभी वन नेशन वन इलेक्शन की बात कही गई, कभी कुछ और बात कही जा रही है. अब अगर लोकतंत्र में विपक्ष को ही नहीं बताया जाएगा कि सेशन क्यों बुलाया जा रहा है तो अपने आप में यह लोकतंत्र को कमजोर करने वाली बात होगी. इसी के चलते हम लगातार कह रहे हैं कि देश में लोकतंत्र खतरे में है और आगे क्या होगा, यह किसी को पता नहीं है.