भरतपुर. शहर की इंदिरा रसोइयों की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए गुरुवार को नगर निगम आयुक्त और टीम में औचक निरीक्षण (inspection of Indira Rasoi bharatpur) किया. नगर निगम आयुक्त ने शहर की काली बगीची स्थित इंदिरा रसोई संख्या 668 और मेडिकल कॉलेज स्थित इंदिरा रसोई संख्या 673 का निरीक्षण किया, जहां पर ना तो खाने की गुणवत्ता सही पाई गई (inspection by Municipal Commissioner in Bharatpur0 और ना ही बर्तनों की साफ-सफाई की व्यवस्था. ऐसे में दोनों इंदिरा रसोई की संस्थाओं का चयन निरस्त कर दिया, साथ ही तीन दिन में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए.
नगर निगम आयुक्त अखिलेश कुमार पिप्पल ने बताया कि इंदिरा रसोई संख्या 668 और 673 पर निरीक्षण के दौरान परिसर में समुचित सफाई व्यवस्था नहीं मिली. साथ ही बर्तन धोने वाले स्थान पर भी गंदगी जमा थी. ऑनलाइन डाटा में भी कमियां पाई गईं. ऑनलाइन डाटा में लाभार्थियों के मोबाइल नंबर भी अंकित नहीं थे.
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जिला स्तरीय समन्वय एवं मॉनिटरिंग समिति ने संचालकों द्वारा घोर लापरवाही बरतने पर दोनों संस्थाओं का चयन निरस्त (two Indira Rasoi institutions selection canceled) करने के आदेश जारी कर दिए हैं. साथ ही 3 दिन में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए हैं. जवाब नहीं देने पर उनके स्थाई निरस्तीकरण की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी. वहीं, नगर निगम आयुक्त अखिलेश कुमार पिप्पल ने बताया कि शहर में सभी इंदिरा रसोइयों के निरीक्षण के लिए सहायक अभियंता प्रदीप कुमार मिश्रा को प्रभारी अधिकारी एवं संबंधित वार्ड के कनिष्ठ अभियंता को सह प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है. साथ ही सफाई व्यवस्था के लिए संबंधित सफाई निरीक्षक को जिम्मेदारी सौंपी गई है. ये टीम नियमित रूप से खाने की गुणवत्ता, सफाई व्यवस्था और ऑनलाइन डाटा संबंधी गतिविधियों का निरीक्षण करेगी.
गौरतलब है कि बीते दिनों एक इंदिरा रसोई के झूठे बर्तन को सूअर चाटते हुए वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और अब इंदिरा रसोइयों की व्यवस्थाओं पर सख्ती से मॉनिटरिंग शुरू कर दी है.