बाड़मेर. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने अपने विधानसभा क्षेत्र बायतु में महज 24 घंटे में अस्थाई कोविड केयर सेंटर शुरू किया है. अब यहां मरीजों का भर्ती होना भी शुरू हो गया है. इस अस्थाई कोविड केयर सेंटर को लेकर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने पूरे प्रदेश में सुर्खियां भी बटोरी थी, लेकिन अब मंत्री पर आरोप लगाए जा रहे हैं.
इस मामले में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने हरीश चौधरी पर निशाना साधा है. उन्होंने इस मामले में कानूनी कार्रवाई कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सेवा भाव के दृष्टिकोण से अगर अस्पताल खोला जाए तो सराहनीय है, लेकिन अस्पताल के बहाने कोई और प्रायोजन सिद्ध करने के लिए षड्यंत्र किया जाता है तो वह निंदनीय है.
'जमीन हड़पने की साजिश'
कैलाश चौधरी ने कहा कि एक मंत्री की ओर से कोविड सेंटर के बहाने जमीन हड़पने की साजिश है, इसी कारण इन गरीबों के पीढ़ियों के पुराने आशियाने के बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के ध्वस्त कर दिया गया. इन गरीबों के साथ घोर अन्याय हुआ है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि इन गरीबों के साथ न्याय किया जाए और दोषियों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए.
गौरतलब है कि ग्रामीण इलाकों में कोरोना के हालातों को देखते हुए राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने महज 24 घंटे में लोगों के सहयोग से 200 गाड़ियां लगाकर अस्थाई अस्पताल शुरू कर प्रशासन को सौंप दिया था. इस बात को लेकर बाड़मेर ही नहीं पूरे राजस्थान सहित देश भर में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी की जबरदस्त तरीके से तारीफ हुई है.