बाड़मेर की बहनों ने BSF जवानों को बांधी राखी, बोले- घर की कमी नहीं खली

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Published : Aug 22, 2021, 9:08 AM IST

Updated : Aug 22, 2021, 10:15 AM IST

sister of barmer, Raksha Bandhan

देश की सीमाओं की रखवाली कर रहे जांबाज जवानों की रक्षाबंधन के त्योहार पर कलाई सूनी न रह जाए, इस उद्देश्य को लेकर बाड़मेर की महिलाएं जवानों की बहन बनकर पहुंची और जवानों की कलाई पर राखी बांधी.

बाड़मेर. बॉर्डर से लगती पाकिस्तानी सीमा पर 24 घंटे देश के जांबाज जवान डटे हुए रहते हैं. रक्षाबंधन के दिन अपने परिवार और अपनी बहनों से दूर होने की कमी उन्हें महसूस न हो इसीलिए रविवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय से लेकर बॉर्डर तक जवानों को स्थानीय लड़की और महिलाओं ने राखी बांधी.

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रक्षाबंधन के त्योहार के दिन हर कोई यह चाहता है कि उसकी बहन उसकी कलाई पर राखी बांधे, लेकिन जवान तो देश की सीमाओं पर 24 घंटे डटे हुए हैं. जब इन जवानों के बीच कलाई पर राखी बांधने के लिए बहनें पहुंची तो इन सीमा सुरक्षा बल के जवानों से लेकर अधिकारियों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. जवान कहने लगे कि हम घर से दूर हैं और रक्षाबंधन का त्यौहार है, हमें अपनी बहन की याद आ रही थी. लेकिन इन बहनों ने हमें अकेला नहीं रहने दिया और हमारी कलाई भी सुनी नहीं है. इन सब से हमारा हौसला और बढ़ता है.

बाड़मेर की बहनों ने BSF जवानों को बांधी राखी

कॉलेज में पढ़ने वाली पायल का कहना है कि यह हमारे लिए फक्र की बात है कि सीमाओं पर 24 घंटे हमारे जवान मुस्तैद हैं और इसीलिए हम महफूज हैं. रक्षाबंधन का मौका है तो हमने सोचा कि हमारे जवान अपने बहनों से दूर हैं इनकी कलाई सुनी न रहे, इसीलिए हम राखी बांधने आए.

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मुनाबाव से लेकर अन्य सीमा चौकियों पर कई निजी संगठन की महिलाएं जवान और अधिकारियों को कलाई पर राखी बांधने के लिए पहुंची. सेक्टर हेड क्वॉर्टर पर भी कई बहनें जवानों और अधिकारियों को कलाई पर राखी बांधने के लिए पहुंची.

रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. इस दिन बहनें भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और बदले में भाई जीवनभर उसकी रक्षा का वचन देता है. लेकिन इस रक्षा सूत्र को बांधने का भी शुभ मुहूर्त होता है.

खास है इस बार का रक्षाबंधन

ज्योतिष शास्त्रीय श्री अन्नपूर्णा काशी विश्वनाथ पंचांग के अनुसार प्रतिवर्ष श्रवण शुक्ल पूर्णिमा को रक्षाबन्धन पर्व मनाया जाता है. अबकी बार यह पर्व विष्टि अर्थात् भद्रा से मुक्त है. पूर्णिमा में धनिष्ठा नक्षत्र, शोभन योग के श्रेष्ठ संयोग से यह पर्व और भी महत्वपूर्ण हो गया है. आज बहनें सम्पूर्ण दिन भाई को तिलक कर उनके हाथ में प्रेम की स्नेहिल डोर ‘राखी’ सजा सकेंगी.

रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त

वैसे तो इस बार का रक्षाबंधन इसलिये भी खास है, क्योंकि इस बार राखी के दिन बहनें कभी भी भाईयों की कलाई पर रक्षा का धागा बांध सकती हैं. लेकिन भाई और बहन के स्नेहिल प्रेम की स्थिरता हेतु बहनें यदि स्थिर लग्न में अपने भाइयों को तिलक लगाकर राखी बांधे तो उनका विशेष उत्थान होगा. रविवार 22 अगस्त, 2021 को राखी बांधने हेतु तीन शुभ व विशेष मुहूर्त हैं. ज्योतिषाचार्य राजेश जी महाराज के अनुसार
- पहला शुभ मुहूर्त सिंह लग्न में सुबह 6 बजकर 15 मिनट से लेकर 7 बजकर 51 मिनट तक होगा.

- दूसरा शुभ मुहूर्त वृश्चिक लग्न में दोपहर 12:00 बजे से 2 बजकर 45 मिनट तक रहेगा.

- तीसरा और अंतिम शुभ मुहूर्त कुंभ लग्न में शाम 6 बजकर 31 मिनट से 7 बजकर 59 मिनट तक रहेगा

Last Updated :Aug 22, 2021, 10:15 AM IST
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