बांसवाड़ा. बागीदौरा पंचायत समिति अंतर्गत आने वाले बुढ़वा ग्राम पंचायत के समाज विशेष के लोगों द्वारा की गई शिकायत के बाद नवनिर्वाचित सरपंच सहम गए हैं. पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से आशंकित होकर सरपंच ने अपने समर्थन में गांव के लोगों को एसपी ऑफिस भेज दिया.
उपसरपंच के नेतृत्व में पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस उपाधीक्षक अनिल मीणा से मुलाकात की और उन्हें सरपंच पर लगाए गए आरोपों के सिलसिले में स्पष्टीकरण दिया. ग्रामीणों का कहना था कि पंचायत राज चुनाव के बाद हारे हुए प्रत्याशी ने कुछ लोगों को भरमा दिया है. सरपंच पर लगाए गए आरोप निराधार हैं और सरपंच के व्यवहार को लेकर किसी को कोई शिकायत नहीं है.
साथ ही कहा कि केवल कुछ लोग बहकावे में आकर इस प्रकार की अनर्गल शिकायतें कर रहे हैं. ऐसे में मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि शिकायत करने वाले लोग वैसे कई उनके साथ हैं और उन्हें समाज से बहिष्कृत करने की धमकी देकर शिकायत करवाई गई.
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बता दें कि कुछ दिन पहले ग्राम पंचायत के भोई समाज के लोग एसपी के पास पहुंचे और सरपंच की ओर से दी जा रही धमकियों के बारे में बताते हुए बतौर सबूत ऑडियो रिकॉर्ड भी पेश किए. इसमें सरपंच स्पष्ट तौर पर ग्रामीणों को धमकाते हुए सुनाई पड़ रहा है. ग्राम पंचायत के उपसरपंच नितेश पटेल ने सरपंच हरिश्चंद्र डामोर का बचाव करते हुए कहा कि कुछ लोग मिथ्या आरोप लगाकर सरपंच को बदनाम करने पर तुले हैं.
ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीण यहां पहुंचे. इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक अनिल मीणा ने बताया कि सरपंच की पूर्व में कुछ ग्रामीणों ने सरपंच द्वारा धमकाए जाने की शिकायत की थी. उसी मामले में कुछ और लोग एसपी ऑफिस पहुंचे और अपनी मांग से अवगत कराया. हम दोनों ही पक्षों की शिकायत की जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे.