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बांसवाड़ा : मार्बल व्यवसाई से 8 लाख की ठगी का मामला..पुलिस ने जालोर से 2 आरोपियों को दबोचा, मास्टरमाइंड गिरफ्त से दूर

बांसवाड़ा के मार्बल व्यवसाई से आरोपियों ने पहले खुद व्यापारी बनकर नजदीकियां बढ़ाई. इसके बाद मेडिकल इमरजेंसी के नाम पर 8 लाख की मदद मांगी. ठगी के इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी फरार है.

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Published : Oct 12, 2021, 6:53 PM IST

बांसवाड़ा मार्बल व्यवसाई ठगी
बांसवाड़ा मार्बल व्यवसाई ठगी

बांसवाड़ा. बांसवाड़ा शहर कोतवाली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 8 लाख की धोखाधड़ी के मामले में जालोर जिले से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल मामले का मास्टरमाइंड दुर्ग सिंह फरार है, उसकी तलाश जारी है.

शहर कोतवाल रतन सिंह चौहान ने बताया कि इस संबंध में दीपक अग्रवाल ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. कुशल बाग पैलेस निवासी दीपक अग्रवाल ने 9 सितंबर को दर्ज रिपोर्ट में बताया था कि उसके ताऊ विनोद अग्रवाल के पास एक मार्बल व्यवसाई का फोन आया था. उसने अहमदाबाद में मेडिकल इमरजेंसी बताकर 8 लाख की मांग की. इस पर ताऊ ने रकम की व्यवस्था करन का जिम्मा भतीजे विनोद अग्रवाल को दे दिया.

अग्रवाल परिवार ने पीएम एंटरप्राइजेज नाम की फर्म को 8 लाख की राशि ट्रांसफर भी कर दी. बाद में पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है. मास्टरमाइंड दुर्ग सिंह ने मोबाइल पर बात कर 8 लाख की मदद मांगी थी.

पढ़ें- बीकानेर : 5 साल पुराने बहुचर्चित दुष्कर्म मामले में 3 आरोपियों को सुनाई सजा..मुख्य आरोपी को आजीवन कठोर कारावास

दो गिरफ्तार, दो की तलाश जारी

शहर कोतवाल रतन सिंह चौहान ने बताया कि जालोर निवासी राजू सिंह पुत्र जोग सिंह और पप्पू सिंह पुत्र कुमार सिंह दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पूरी साजिश को रचने वाला दुर्ग सिंह और उसका बेटा फरार हैं. फिलहाल उनकी तलाश की जा रही है.

इसलिए दे दी थी 8 लाख की राशि

अग्रवाल परिवार कई वर्षों से मार्बल का कारोबार कर रहा है. आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने से पहले खुद को मार्बल व्यवसाई बताया था, वे बांसवाड़ा आए और अग्रवाल परिवार के बारे में तमाम जानकारियां जुटा लीं. अग्रवाल परिवार को विश्वास में लेने के बाद आरोपी ठगी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए.

बांसवाड़ा. बांसवाड़ा शहर कोतवाली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 8 लाख की धोखाधड़ी के मामले में जालोर जिले से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल मामले का मास्टरमाइंड दुर्ग सिंह फरार है, उसकी तलाश जारी है.

शहर कोतवाल रतन सिंह चौहान ने बताया कि इस संबंध में दीपक अग्रवाल ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. कुशल बाग पैलेस निवासी दीपक अग्रवाल ने 9 सितंबर को दर्ज रिपोर्ट में बताया था कि उसके ताऊ विनोद अग्रवाल के पास एक मार्बल व्यवसाई का फोन आया था. उसने अहमदाबाद में मेडिकल इमरजेंसी बताकर 8 लाख की मांग की. इस पर ताऊ ने रकम की व्यवस्था करन का जिम्मा भतीजे विनोद अग्रवाल को दे दिया.

अग्रवाल परिवार ने पीएम एंटरप्राइजेज नाम की फर्म को 8 लाख की राशि ट्रांसफर भी कर दी. बाद में पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है. मास्टरमाइंड दुर्ग सिंह ने मोबाइल पर बात कर 8 लाख की मदद मांगी थी.

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दो गिरफ्तार, दो की तलाश जारी

शहर कोतवाल रतन सिंह चौहान ने बताया कि जालोर निवासी राजू सिंह पुत्र जोग सिंह और पप्पू सिंह पुत्र कुमार सिंह दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पूरी साजिश को रचने वाला दुर्ग सिंह और उसका बेटा फरार हैं. फिलहाल उनकी तलाश की जा रही है.

इसलिए दे दी थी 8 लाख की राशि

अग्रवाल परिवार कई वर्षों से मार्बल का कारोबार कर रहा है. आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने से पहले खुद को मार्बल व्यवसाई बताया था, वे बांसवाड़ा आए और अग्रवाल परिवार के बारे में तमाम जानकारियां जुटा लीं. अग्रवाल परिवार को विश्वास में लेने के बाद आरोपी ठगी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए.

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