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भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ी 8 करोड़ की कैनाल, दूसरी बार टूटी

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Published : Sep 30, 2019, 11:37 AM IST

बांसवाड़ा के घाटोल कस्बे में डगिया तालाब के पेठे से गुजर रही माहि की नरवाली वितरिका कैनाल पांच साल में दूसरी बार टूट गई है. संयोग अच्छा रहा कि तालाब का पानी कस्बे में नहीं पहुंचा, नहीं तो बड़ा नुकसान हो सकता था.

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घाटोल (बांसवाड़ा). घाटोल कस्बे के डगिया तालाब के पेठे से गुजर रही माहि की नरवाली वितरिका भूमिगत कैनाल पांच साल में रविवार को दूसरी बार टूट गई है. जिसके चलते डगिया तालाब का लाखो लीटर पानी कैनाल से होता हुआ निकल गया और चंद घंटों में ही तालाब खाली हो गया. गनीमत रही की तालाब के चारो ओर से कैनाल होने से तालाब का पानी कस्बे और आस-पास के गांवों में नहीं घुसा. नहीं तो बड़ा नुकसान हो सकाता था. वहीं तालाब क्षतिग्रस्त होने से तालाब का पानी कई बीघा खेतों में भर गया, जिसके चलते कई किसानों को नुकसान भी हुआ है.

बांसवाड़ा में दूसरी बार कैनाल क्षतिग्रस्त हुई

तालाब की कैनाल श्रतिग्रस्त होने की सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे. साथ ही इसकी सूचना पर घाटोल के एसडीओ दिनेश मंडोवरा, विकास अधिकारी हरिकेश मीणा सहित खमेरा थाना की पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचे. बता दें कि तालाब से चंद घण्टों में ही लाखों लीटर पानी बह गया. तालाब में सुराखों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ तालाब से पानी की निकासी भी अधिक होने लगी. इससे माही की नरवाली वितरिका ओवरफ्लो होकर बहने लगी और प्रशासन मुंह देखता रहा गया.

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तालाब ओवरफ्लो होता देख प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. इसके बाद बांसवाड़ा से नागरिकीय रक्षक टीम को बुलाया गया. हालांकि मौके का जायजा लेने बांसवाड़ा एसपी केसर सिंह घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन तब तक तालाब में जलस्तर कम होने से कैनाल का भी जल स्तर कम हो गया.

बता दें कि करीब पांच वर्ष पहले घाटोल के डगिया तालाब के पेठे से नरवाली वितरिका की सुरंगनुमा कैनाल का निर्माण करवाया गया था. इस कैनाल की लागत मूल्य करीब 8 करोड़ रुपए थी, लेकिन यह कैनाल जिम्मेदारों की लापरवाही और ठेकेदार के भ्रष्टाचार के भेट चढ़ गई और निर्माण के दो साल के भीतर ही 26 जुलाई 2017 को इस कैनाल का बड़ा हिस्सा धराशाही हो गया था.

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इसके बाद तालाब पूरा खाली हो गया था, लेकिन उस दौरान जिम्मेदारों ने निर्माण कार्य और लापरवाहो के खिलाफ न तो जांच करवाई और न ही कोई कार्रवाई की. बताया जा रहा है कि क्षतिग्रस्त हिस्से को दुबारा मरम्मत करवा दिया गया, लेकिन यह मरम्मत कार्य भी एक साल नहीं टिक पाया और रविवार को तालाब के पेठे से गुजर रही केनाल में दोबारा क्षतिग्रस्त हो गई.

Intro:घाटोल (बांसवाड़ा)-घाटोल कस्बे के डगिया तालाब के पेठे से गुजर रही माहि की नरवाली वितरिका की बायपास भूमिगत केनाल पांच साल के दरमियान रविवार को दूसरी बार टूट गई|जिमीदारो की लापरवाही के चलते पूरा तालाब हो गया खाली|Body:घाटोल – घाटोल कस्बे के डगिया तालाब के पेठे से गुजर रही माहि की नरवाली वितरिका की बायपास भूमिगत केनाल पांच साल के दरमियान रविवार को दूसरी बार टूट गई| जिसके चलते डगिया तालाब का लाखो लीटर पानी केनाल से होता हुआ निकल गया और चंद घंटो में ही तालाब खाली हो गया| गनीमत रही की तालाब के चारो और से केनाल होने से तालाब का पानी कस्बे व आसपास के गाँवों में नही घुस केनाल से होता हुआ बह गया|तालाब की कैनाल श्रतिग्रस्त होने की सुचना पर पर बड़ी संख्या मे ग्रामीण पहुंचे|तालाब टूटने की सुचना पर घाटोल एसडीओ दिनेश मंडोवरा, घाटोल विकास अधिकारी हरिकेश मीणा सहित खमेरा थाना जाप्ता मौके पर पहुंचा| तालाब मे आधे धण्टे मे देखते ही देखते कैनाल मे सुराख दो से तीन हो गये और लाखों लीटर पानी चंद घण्टो मे बह गया|तालाब मे सुराखों की संख्या बढ़ने के साथ तालाब से पानी कि निकासी अधिक होने लगी और माही की नरवाली वितरिका ओवरफ्लो होकर बहने लगी और प्रशासन मुँह ताकता रहा गया|तालाब ओवरफ्लो होता देख प्रशासन के हाथ पांव फूल गये| बांसवाड़ा से नागरिकीय रक्षक टीम को बुलाया, मौके का जायजा लेने बांसवाड़ा एसपी केसरसिंह मौके पर पहुंचे हालांकि तब तक तालाब मे जलस्तर कम होने से कैनाल का भी जल स्तर कम हो गया तब जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली|

करीब पांच वर्ष पूर्व घाटोल के डगिया तालाब के पेठे से नरवाली वितरिका की सुरंगनुमा केनाल का निर्माण करवाया गया था| इस केनाल की लागत करीब 8 करोड़ थी लेकिन यह केनाल जिम्मेदारो की लापरवाही व ठेकेदार के भ्रष्टाचार के भेट चढ़ गई और निर्माण के दो साल के भीतर ही 26 जुलाई 17 को इस केनाल का बड़ा हिस्सा धराशाही हो गया था जिसके बाद तालाब पूरा खाली हो गया लेकिन उस दौरान जिम्मेदारो ने निर्माण कार्य व लापरवाहो के खिलाफ न तो जांच करवाई  और न कोई करवाई की और श्रतिग्रस्त हिस्से को दुबारा मरम्मत करवा दिया लेकिन यह मरम्मत कार्य भी एक साल नही टिक पाया और रविवार को तालाब के पेठे से गुजर रही केनाल में दोबारा श्रतिग्रस्त हो गई|
कई बीघा जमीन हुई जलमग्न
तालाब क्षतिग्रस्त होने के बाद तालाब के पानी कई बीघा खेतो मे भर गया जिसके चलते कई किसानों को नुकसान भी हुआ|
बाईट -राजेंद्र प्रसाद पंचाल (भाजपा नेता )Conclusion:
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