अलवर. पर्यटकों के लिए अलवर हमेशा से ही पसंदीदा जगह रहा है. यहां पहाड़, जंगल, झील व झरने सहित सभी एडवेंचर मौजूद हैं. यही कारण है कि यहां हमेशा पर्यटकों की भीड़ (Tourists upset due to uncontrollable jam) लगी रहती है. देश की राजधानी दिल्ली और प्रदेश की राजधानी जयपुर के बीच होने के कारण यहां आना-जाना भी आसान रहता है. वहीं, नए साल के मौके पर पड़ रही सर्दियों की छुट्टी के बीच यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ी है. जिले में हजारों की संख्या में देश-दुनिया से पर्यटक पहुंच रहे हैं. सभी पर्यटन स्थलों पर लोगों की भारी भीड़ है. जिसके कारण सभी जगह जाम के हालात बने हुए हैं. प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं होने की वजह से पर्यटकों खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं.
न्यू ईयर पर उमड़ी पर्यटकों की भीड़: प्रदेश की औद्योगिक राजधानी अलवर पर्यटन के लिए भी देश-विदेश में अपनी खास पहचान रखती है. अलवर में पांडुपोल हनुमान मंदिर, सरिस्का टाइगर रिजर्व, सिलीसेढ़ झील, भरतरी धाम, बाला किला म्यूजियम, सिटी पैलेस सहित बड़ी संख्या में पर्यटन स्थल हैं, जहां (50 thousand tourists came Alwar on News Year) साल भर देशी-विदेशी पर्यटक घूमने के लिए आते हैं. देश की राजधानी दिल्ली के नजदीक होने के कारण छुट्टी वाले दिन यहां पर्यटकों का जमावड़ा रहता है. नए साल का जश्न मनाने के लिए अबकी एक जनवरी को यहां 50000 से अधिक पर्यटक पहुंचे थे. वहीं, अब भी पर्यटकों के आने का सिलसिला लगातार जारी है. सर्दियों की छुट्टी होने के कारण लोग परिवार के साथ घूमने के लिए पहुंच रहे हैं. जिले के सभी पर्यटन स्थलों पर लोगों की भारी भीड़ देखे को मिल रही है.
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अव्यवस्था से पर्यटक परेशान: इधर, पर्यटन स्थलों पर भोजन की व्यवस्था नहीं होने से भी पर्यटकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस संबंध में जब प्रशासन के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर ट्रैफिक संचालन के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मी लगाए गए हैं. साथ (uncontrollable jam and disorder in Alwar) ही साफ-सफाई के लिए भी जरूरी निर्देश दिए गए हैं. बताया गया कि प्रतिदिन हजारों की संख्या में देशभर से पर्यटक यहां घूमने के लिए आ रहे हैं. सरिस्का में पर्यटकों को प्रतिदिन बाघों की साइडिंग हो रही है तो सिलीसेढ़ झील पर पर्यटक वोटिंग का आनंद ले रहे हैं.
सुरक्षा के साथ खिलवाड़: खैर, भले ही सिलीसेढ़ झील में पर्यटक वोटिंग का आनंद ले रहे हैं, लेकिन वोटिंग के दौरान सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं हो रहा है. साथ ही वोटिंग के चार्ज भी पर्यटकों को परेशान कर रहे हैं. यहां दो लोगों से मोटर बोट के चार्ज के रूप में 800 रुपए लिए जा रहे हैं. पर्यटकों को सेफ्टी जैकेट सहित अन्य चीजें भी मुहैया नहीं कराई जा रही है.