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अजमेर में बीच बारिश सीएम गहलोत ने मोदी सरकार को धोया, कहा- संकट में है देश

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Published : Mar 31, 2023, 8:13 PM IST

शुक्रवार को धर्म नगरी अजमेर में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला. यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे थे, लेकिन इसी बीच तेज बारिश शुरू हो गई. बावजूद इसके पार्टी कार्यकर्ता वहां से डिगे नहीं और सिर पर कुर्सी की छांव लिए सीएम के भाषण को सुनते नजर (CM Gehlot attack on Modi government) आए.

CM Gehlot attack on Modi government
CM Gehlot attack on Modi government

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

अजमेर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि एक ओर भाजपा हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कर रही है तो दूसरी ओर अमृतपाल खालिस्तान की मांग कर रहा है. लेकिन यह पहली बार है, जब हिन्दुस्तान में ऐसे सूरत-ए-हाल देखने को मिल रहा है. आज देश बहुत ही खतरनाक दौर से गुजर रहा है और ये गंभीर चिंता का विषय है. असल में मुख्यमंत्री शुक्रवार को अजमेर दौरे पर रहे, जहां उन्होंने संभाग स्तरीय कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया. इसी दौरान सीएम ने उक्त बातें कहीं. वहीं, इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसके शुरू होते ही तेज बारिश होने लगी. बावजूद इसके कार्यकर्ता वहां डटे रहे और सिर पर कुर्सी को रख नेताओं के भाषण सुनते नजर आए.

दरअसल, शाम चार बजे के करीब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने के लिए अजमेर के जवाहर स्कूल खेल मैदान पहुंचे. यहां पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन होना था, लेकिन जैसे ही सीएम व अन्य नेता मंच पर कार्यक्रम को संबोधित करने के लिए पहुंचे, वैसे ही बारिश शुरू हो गई. हालांकि, मंच पर चढ़ते ही सीएम माइक संभाल लिए और केंद्र की मोदी सरकार पर बरसने लगे.

संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप - सीएम ने इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाया और कहा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने मोदी सरकार से सवाल किए तो उन्हें षड्यंत्रपूर्वक कोर्ट से सजा करवाई गई और उसके तत्काल बाद उनकी लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई. ताकि कोई उनके खिलाफ संसद में आवाज बुलंद न कर सके.

गहलोत ने कहा कि संसदीय सदस्यता के जाते ही राहुल गांधी का मकान भी खाली करवा लिया गया. देश में एक मात्र राहुल गांधी ही हैं, जो निडरता से मोदी सरकार से सवाल कर रहे हैं. यही वजह है कि उनकी आवाज को दबाने के लिए इस सरकार ने अब तानाशाही रूख अख्तियार कर लिया है. लेकिन किसी भी कीमत पर कांग्रेस इस सरकार के सामने नहीं झुकेगी. सीएम ने कहा कि अब हम केंद्र की नीतियों से लोगों को अवगत कराने के लिए गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाएंगे, ताकि सब के सामने इनकी सच्चाई आ सके.

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हालांकि, सबसे खास बात यह रही कि तेज बारिश के बीच भी पार्टी के कार्यकर्ता वहां डटे रहे और सिर पर कुर्सी की छांव लिए सीएम की बातें सुनते नजर आए. वहीं, गहलोत ने आगे कहा कि कांग्रेस के संभाग स्तरीय सम्मेलन में तेज बारिश आने के बावजूद भी लोग खड़े हैं. बारिश से बचने के लिए सिर पर कुर्सियां रख लिए, लेकिन कोई भी कार्यक्रम को छोड़कर नहीं गया. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि पार्टी के प्रति लोगों की भावना क्या है. इसी क्रम में उन्होंने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता पर कहा कि राहुल गांधी जनता के नेता हैं, वो इन चीजें से घबराने वाले नहीं हैं. बावजूद इसके इतना जरूर कहूंगा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है.

केंद्रीय एजेंसियों पर बोले गहलोत - सीएम गहलोत ने कहा कि आज मोदी सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स के छापे पड़ रहे हैं. न्यायपालिका भी दबाव में है. उन्होंने कहा कि अदाणी को लेकर राहुल गांधी ने सवाल उठाया तो मोदी सरकार को जवाब देना चाहिए था, क्योंकि लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष दोनों ही हैं. लेकिन इस सरकार ने षड्यंत्र कर राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता ही खत्म कर दी. खैर, राहुल गांधी कहते हैं उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन इस वाकया से कई सवाल उठ खड़े हुए हैं. आज लोकतंत्र और संविधान खतरे में है. देश में चिंताजनक हालात बने हैं.

हिंदू राष्ट्र और अमृतपाल पर गरजे सीएम - मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि पंजाब में अमृतपाल सिंह की हिम्मत कैसे हो गई यह कहने की, कि भाजपा हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कर रही है तो हम खालिस्तान की मांग क्यों नहीं करेंगे? असल में देश आज विकट परिस्थितियों से गुजर रहा है. हालात बद से बदतर हो गए हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है. लेकिन कांग्रेस किसी भी सूरत में देश को टूटने नहीं देगा. हमने पूरे प्रदेश में केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ अभियान चलाया है, जो आगे भी जारी रहेगा.

रंधावा बोले, जरूर पूरी होगी मनोकामना - गहलोत के बाद पूर्व चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, राजस्थान बीज निगम के चेयरमैन धीरज गुर्जर, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी एक-एक कर मोदी सरकार पर हमला बोला. वहीं, राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि अजमेर धार्मिक नगरी है. यहां लोग दूर-दूर से मनोकामनाएं लेकर आते हैं. ऐसे में उन्हें भी पूरा यकीन है कि अजमेर में उनकी मनोकामनाएं भी पूरी होगी. प्रदेश में दोबारा कांग्रेस की सरकार बनेगी.

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कार्यक्रम से पायलट रहे नदारद - प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अजमेर से सांसद भी रह चुके हैं. फिलहाल पायलट अजमेर संभाग के टोंक जिले से विधायक हैं. पार्टी के संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में अजमेर संभाग के नागौर, अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, पिछले विधानसभा चुनाव में हारे जीते प्रत्याशी समेत अग्रिम संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे. लेकिन सचिन पायलट इसमें शामिल नहीं हुए, जिसको लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म रहा.

दरअसल, पायलट के पीसीसी चीफ रहते हुए अजमेर शहर और देहात अध्यक्ष और कार्यकारिणी बनाई गई थी वह आज भी निवर्तमान के रूप में काम कर रही है. खास बात यह है कि ये कार्यकारिणी संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भी नजर आई यानी अजमेर में अब गहलोत गुट का दबदबा बन गया है.

प्रदर्शन से पहले ही पकड़े गए ABVP के कार्यकर्ता - सीएम गहलोत के काफिले में एबीवीपी कार्यकर्ताओं के घुसने का प्रयास विफल रहा. सिविल लाइन थाना पुलिस ने प्रदर्शन से पहले ही एबीवीपी कार्यकर्ताओं को पकड़ लिया. वहीं, पकड़े गए कार्यकर्ता में ABVP के महानगर मंत्री आशु राम डूकिया और उसके साथी शामिल रहे. हालांकि, कुछ समय के बाद इन्हें छोड़ दिया गया.

उतरवाए काले कपड़े - कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने आए जिन लोगों ने काले कपड़े पहने थे, उनके कपड़ों को पहले ही पुलिस ने उतरवा लिए, ताकि कार्यक्रम के बीच में विरोध की संभावना न रहे. वहीं, कुछ कार्यकर्ता अपने कपड़े की वजह से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके.

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