RTU VC TRAP : विधायक दिलावर ने लगाया आरोप, कहा- चयन समिति ने भारी पैसा लेकर प्रो. गुप्ता को बनाया वाइस चांसलर

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Published : May 6, 2022, 8:09 PM IST

MLA Dilawar Serious Allegation

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और रामगंज मंडी विधायक मदन दिलावर ने गहलोत सरकार पर हमला बोला है. दिलावर ने आरोप लगाया है कि सरकार में बैठे हुए लोगों ने बड़ी राशि लेकर कुलपति का चयन किया था. इसके साथ ही उन्होंने कुलपति चयन की प्रक्रिया पर भी आपत्ति जताई है. यहां तक कि उन्होंने कह दिया कि चयन समिति ने भी लाखों रुपए लेकर प्रो. रामअवतार गुप्ता को वीसी बनाया था. उनका कहना है कि कुलपति केवल सरकार की सिफारिश को ही आगे बढ़ाते हैं.

कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रामअवतार गुप्ता को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय की टीम ने 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. वे जयपुर में एमएनआईटी के गेस्ट हाउस में रुके थे, जहां उनके रूम से 21 लाख रुपए बरामद हुए. इसके बाद उनके जयपुर और कोटा निवास पर हुई तलाशी में करोड़ों रुपए की संपत्ति होना सामने आया है. इस पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने हमला बोला है.

मदन दिलावर ने आरोप लगाया है कि सरकार में बैठे हुए लोगों ने बड़ी राशि लेकर कुलपति का चयन किया था. इसके साथ ही उन्होंने कुलपति चयन की प्रक्रिया पर भी आपत्ति जताई है. यहां तक कि उन्होंने कह दिया कि चयन समिति ने भी (MLA Dilawar Serious Allegation) लाखों रुपए लेकर प्रो. रामअवतार गुप्ता को वीसी बनाया था. उनका कहना है कि कुलपति केवल सरकार की सिफारिश को ही आगे बढ़ाते हैं. जबकि चयन समिति राज्य सरकार के अधीन आती है.

क्या कहा दिलावर ने...

दिलावर ने कहा कि प्रो. गुप्ता का चयन (Rajasthan Technical University Vice Chancellor Ramavtar Gupta) कैसे हुआ है, यह किसी को जानकारी नहीं है. इनका भी चयन बड़ी धनराशि सरकार में बैठे हुए लोगों ने लेकर किया है. सब यही जानते हैं कि यूनिवर्सिटी राज्यपाल के अधीन रहती है, लेकिन चयन समितियां के प्रस्ताव सरकार के पास जाते हैं और सरकार सिफारिश करती है. सरकार की सिफारिश प्रो. रामअवतार गुप्ता की थी.

योग्यता कमजोर होने पर भी बनाया था वीसी : दिलावर ने यहां तक कहा कि बीसी खोजबीन समिति के पास 72 आवेदन आए थे. इनमें से 12 आवेदनों का चयन हुआ, जिनमें प्रो गुप्ता का आवेदन सबसे नीचे था.
अन्य लोग इनसे ज्यादा एकेडमिक अंक व रिसर्च प्रोफाइल वाले थे, लेकिन सरकार और चयन समिति की निगाह प्रो. गुप्ता पर ही थी. इनका चयन क्यों हुआ, ज्यादा विद्वान व अनुभव और अच्छी प्रोफाइल वाले लोगों का चयन नहीं किया गया था.

पढ़ें : RTU के वीसी हुए जयपुर में ट्रैप, सरकारी गेस्ट हाउस में 5 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार... कमरे में मिले 21 लाख

क्योंकि यह बड़ी धनराशि लेकर चयन हुआ होगा. जब गुप्ता वीसी ही रिश्वत देकर बने हैं, तब तो फिर तो वह रिश्वत जरूर लेंगे. यह रिश्वत के भंडार भरेंगे. इस संबंध में दिलावर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सवाल (Madan Dilawar Alleged Gehlot Government) किया है और मांग भी उठाई है कि जिन लोगों ने इनका चयन किया है. उनके खिलाफ भी जांच होनी चाहिए और एक्शन लेना चाहिए. उनके पास भी बड़ी धन-दौलत होगी व उन्होंने भी काफी पैसा इनसे जुटाया होगा.

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