कोटा. बूंदी जिले के लबान में रहने वाले आयुष नाम के 2 वर्ष के बच्चे को पिछले दो माह से सिर में दर्द, उल्टी आना, खड़े होने में परेशानी जैसी समस्याएं हो रही थी. बच्चे को चलने में भी परेशानी होती थी, ऐसे में परिजनों ने बच्चे को उपचार के लिए बूंदी में बच्चों के डॉक्टर को दिखाया. जहां उसके सिर का सीटी स्कैन किया गया तो उसके दिमागग के पीछले हिस्से में गांठ का होना पाया गया.
बच्चे को डॉक्टर एस एन गौतम के पास रेफर किया गया. मरीज बच्चे की MRI जांच करवाने पर बच्चे के दिमाग के पीछले हिस्से के मध्य में लगभग पांच सेमी की गांठ पायी गई जो की दिमाग के महत्वपूर्ण हिस्से ब्रेन स्टेम पर दबाव बनाये हुए थी एवं साथ ही पानी (सी एस एफ)के प्रवाह को रोककर हाइड्रोसेफ़ेलस बनाकर आंखों की रोशनी को भी प्रभावित कर रही थी.
परिजनों की सहमति के बाद बच्चे का MBS चिकित्सालय कोटा में दो बार ऑपरेशन किया गया. पहले ऑपरेशन में वेंट्रिकलो पेरिटोनीयल शंट करके हाइड्रोसेफेलस का इलाज 04 फरवरी 2022 को किया गया और दस दिन बाद CT स्कैन करवाकर हाइड्रोसेफ़ेलस ठीक होने एवं सी.एस.एफ़.का दबाव कम होना सुनिश्चित करके दूसरा ऑपरेशन 14 फरवरी 2022 को किया गया. जिसमें गांठ को ब्रेन स्टेम से सावधानी पूर्वक (Doctors Removed 150 grams lump) अलग करके निकाला गया.
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गांठ का वजन लगभग 150 ग्राम था. ऑपरेशन के दौरान बच्चे को एक यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया. यह ऑपरेशन तीन घंटे चला. ऑपरेशन में डॉक्टर एस एन गौतम के साथ विभाग के डॉक्टर कनिष्क गोयल एवं डॉक्टर बनेश जेन एवं निश्चेतना विभाग के सह आचार्य डॉक्टर मनोज सिंघल, डॉक्टर खुशबू मालव का भी सहयोग रहा.
डॉक्टर एसएन गौतम ने बताया की ऑपरेशन के बाद बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है, खाने पीने और चलने में कोई परेशानी नहीं है. मरीज का इलाज निशुल्क हुआ है इसमें किसी तरह का खर्चा नहीं आया. मरीज का ऑपरेशन के बाद CT scan की जांच भी ठीक आयी है. ऑपरेशन में बच्चे की कम उम्र और बड़े साइज की गांठ होने की वजह से यह ऑपरेशन बहुत ही चुनोतिपूर्ण था.