जोधपुर. झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर ने हाल ही में एक बयान दिया. जिसमें उन्होंने कहा कि रांची में बिहार और मारवाड़ी लोग आकर बस गए हैं. जिसके चलते वहां रहने वाले आदिवासी कमजोर हो गए हैं. साथ ही मारवाड़ी लोगों की ओर से आदिवासियों का शोषण किया जा रहा है और पहले के समय में वहां आदिवासी ज्यादा रहते थे, लेकिन अब मारवाड़ी और बिहारी लोग आकर वहां बस गए हैं.
वित्त मंत्री रामेश्वर की ओर से दिए गए इस बयान से जोधपुर के मारवाड़ी सहित भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं में काफी रोष व्याप्त है, उनका कहना है कि पूरा देश एक अखंड है और कोई भी आम नागरिक किसी भी शहर या राज्य में जाकर कारोबार कर सकता है और उसे वहां रहने की इजाजत है, लेकिन वित्त मंत्री रामेश्वर की ओर से देश में लोगों को बांटने का प्रयास किया जा रहा है.
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित पदाधिकारियों का कहना है कि झारखंड सहित दूसरे अन्य राज्यों से भी सैकड़ों लोग राजस्थान और जोधपुर में आकर काम करते हैं, लेकिन यहां के लोगों की ओर से उनके साथ भेदभाव नहीं किया जाता, मारवाड़ी लोग हमेशा साथ लेकर चलने वाले होते हैं. ऐसे में दूसरे राज्यों में काम कर रहे मारवाड़ी भी सबको साथ लेकर काम कर रहे हैं. ऐसे में वित्त मंत्री रामेश्वर की ओर से दिया गया बयान निंदनीय है.
जोधपुर के भारतीय जनता पार्टी के लोगों का कहना है कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर से धारा 370 हटा कर पूरे देश के सामने एक उदाहरण पेश किया है. अब वहां कोई भी व्यक्ति जाकर रह सकता है और अपना व्यापार कर सकता है. ऐसे में वित्त मंत्री रामेश्वर द्वारा दिया गए बयान से मारवाड़ के लोग काफी नाराज हैं.
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उनका कहना है कि आज देश के हर कोने में मारवाड़ी रहते हैं और वह अपना व्यापार भी कर रहे हैं. साथ ही ऐसे कई राज्य है, जहां पर कई सालों से मारवाड़ी रहे हैं और वे लोग अन्य लोगों को रोजगार देने का भी काम कर रहे हैं. ऐसे में झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव को ऐसे बयान नहीं देने चाहिए.