ETV Bharat / city

Sex Ratio in Rajasthan : तीन साल में प्रदेश में लिंगानुपात 880 से 946 पहुंचा, 1000 से ऊपर ले जाने का लक्ष्य- मंत्री ममता भूपेश

author img

By

Published : Feb 11, 2022, 4:21 PM IST

प्रदेश की महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री ममता भूपेश (Women and Child Development Department Minister Mamta Bhupesh) का कहना है कि तीन साल पहले जब कांग्रेस ने प्रदेश की कमान संभाली थी. तब लिंगानुपात 1000 बच्चों पर 880 बच्चियां था. तीन साल में सरकार और विभाग के प्रयास से यह आंकड़ा 946 तक पहुंच गया है.

Women and Child Development Department Minister Mamta Bhupesh
महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री ममता भूपेश

जयपुर. प्रदेश की महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री ममता भूपेश (Women and Child Development Department Minister Mamta Bhupesh) का कहना है कि तीन साल पहले जब कांग्रेस ने प्रदेश की कमान संभाली तो लिंगानुपात 1000 बच्चों पर 880 बच्चियां थी. तीन साल में सरकार और विभाग के प्रयास से यह आंकड़ा 946 तक पहुंच गया है. इसे एक हजार से ऊपर ले जाने का प्रयास है. शुक्रवार को राज्य महिला आयोग कार्यालय में मीडिया से बातचीत में उन्होंने यह बात कही है.

मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि राजस्थान सरकार ने महिलाओं के हालात में सुधार (Women condition improving in Rajasthan) लाने के लिए बीते तीन साल में कई नवाचार किए हैं. हम चाहते हैं कि सामूहिक प्रयास के माध्यम से राजस्थान में महिलाओं की दशा और दिशा में सुधार आए. इन तीन साल में जिस तरह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशन में हमारी सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में खास काम किए हैं. इस दिशा में सरकार ने कई नवाचार किए हैं.

यह भी पढ़ें- Exclusive : कैबिनेट में पहले से बढ़ा महिलाओं और दलितों का प्रतिनिधित्व : ममता भूपेश

अन्न शक्ति, उड़ान योजना, मातृत्व पोषण योजना जैसी योजनाएं चल रही हैं. जिनके माध्यम से हम महिलाओं की स्थिति को बेहतर बना पाएंगे. प्रदेश में लिंगानुपात में भी सुधार हुआ है. तीन साल पहले जब हमारी सरकार बनी तो एक हजार लड़कों पर 880 बेटियां थी. इन तीन साल में यह आंकड़ा 946 तक पहुंच गया है. हमारा प्रयास है कि इस आंकड़े को एक हजार से ऊपर ले जाया जाए.

यह भी पढ़ें- Congress Mehangai Hatao Rally: मंत्री ममता भूपेश ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- रैली के बाद मोदी सरकार के पतन की शुरुआत

मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि कोरोना काल में महिलाओं की हालत खराब हुई थी. बेरोजगारी हो गई थी. बच्चियां की शिक्षा भी प्रभावित हुई थी. ऐसे समय में विभाग ने ड्राप आउट बच्चियों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया. उन्हें स्किल डवलपमेंट कार्यक्रमों से जोड़ा गया. आज लाखों महिलाएं मजबूती के साथ अपने कदम आगे बढ़ा रही हैं. अब हर क्षेत्र में महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.