जयपुर. हेरिटेज निगम की समितियों में नियुक्तियों को लेकर निर्दलीय पार्षदों ने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मुलाकात (Jaipur Independent Councilor Meets Khachariyawas) की. मंत्री खाचरियावास ने उन्हें समितियों में जगह दिए जाने को लेकर आश्वस्त तो किया, लेकिन आक्रोशित पार्षदों ने इस बार सरकार को फाइनल अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि समितियों में उन्हें जगह नहीं मिलती है तो वो हेरिटेज नगर निगम में बने बोर्ड से अपना समर्थन वापस (Warning of independent councilors of Jaipur) ले लेंगे.
हेरिटेज नगर निगम का बोर्ड बने 1 साल बीत चुका है. लेकिन अभी भी कार्यकारिणी समिति बनाने और चेयरमैनों की नियुक्तियों को टाला जा रहा है. चूंकि बोर्ड बनने के बाद सभी निर्दलीय पार्षदों (jaipur heritage nigam independent councilors) को उम्मीद थी कि उन्हें चेयरमैन का पद मिलेगा. लेकिन चेयरमैन बनाने का मामला अब तक टलता जा रहा है. ऐसे में उनके सब्र का बांध भी टूट रहा है. यही वजह है कि मंगलवार निर्दलीय पार्षद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर जा पहुंचे और यहां समितियों का गठन करते हुए उन्हें जगह देने को लेकर फाइनल अल्टीमेटम दे डाला.
मंत्री से की शिकायत
ईटीवी भारत से बातचीत में वार्ड 6 के पार्षद जाहिद निर्वाण ने बताया कि मेयर निर्दलीय पार्षदों को उचित जवाब नहीं देती, निगम में अब तक समितियों के चेयरमैन नहीं बनाए गए और कर्बला प्रकरण में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के साथ पुलिस अधिकारी की ओर से की गई बदसलूकी की शिकायत मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से की गई. यदि इन प्रकरणों में सुनवाई नहीं होती है, तो सभी निर्दलीय पार्षद पार्टी से अपना समर्थन वापस ले लेंगे.
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कर्बला प्रकरण को लेकर चेतावनी
वहीं कर्बला प्रकरण (karbala case of jaipur) में कार्रवाई नहीं होने पर कांग्रेस बोर्ड (congress on jaipur nagar nigam) से समर्थन वापस लेने की पहले ही चेतावनी दे चुके वार्ड 15 के पार्षद मोहम्मद अहसान ने कहा कि इस तरह की चेतावनी की आवश्यकता इसलिए पड़ी ताकि उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचे, क्योंकि वैसे तो कोई सुनवाई होती नहीं. जबकि वार्ड 12 की पार्षद मौजम बानो के पति अख्तर हुसैन ने बताया कि मेयर के बर्ताव की शिकायत मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से की गई जिस पर उन्होंने भी नाराजगी जाहिर की है.
कांग्रेस को बिना शर्त समर्थन दिया..
वहीं वार्ड 79 की पार्षद राबिया गुडएज ने ईटीवी भारत को बताया कि इससे पहले भी निगम के बोर्ड में रही हैं. लेकिन कभी भी समितियों के गठन में इतना समय नहीं लगा. सभी निर्दलीय पार्षदों ने कांग्रेस को बिना किसी शर्त पर समर्थन दिया था. इस पर सीनियर लीडर्स में समितियों में चेयरमैन बनाने का आश्वासन दिया था. लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है.
कांग्रेस निर्दलीयों का दबदबा मानने को तैयार नहीं
आखिर में वार्ड 65 के मोहम्मद जकारिया ने कहा कि बोर्ड में यदि निर्दलीय पार्षदों का दबदबा होता, तो अब तक चेयरमैन बना दिया जाता. कांग्रेस निर्दलीय पार्षदों का दबदबा मानने को तैयार नहीं. निगम में निर्दलीय पार्षदों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है. उन्होंने फाइनल अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि उन्हें उनका हक नहीं मिलता है तो वो आंदोलन भी करेंगे और बोर्ड से समर्थन वापस भी लेंगे.
9 निर्दलीय पार्षद बिगाड़ सकते हैं खेल
आपको बता दें कि हेरिटेज निगम में कांग्रेस के 47 पार्षद हैं. हालांकि स्पष्ट बहुमत से दूर रही कांग्रेस को 9 निर्दलीय पार्षदों का समर्थन मिला और बोर्ड बना. वहीं भाजपा के 42 पार्षद हैं. दो निर्दलीय पार्षद उनके साथ हैं. लेकिन अब यदि कांग्रेस के साथ गए निर्दलीय पार्षदों को समितियों में संतोषजनक जगह नहीं मिली तो हेरिटेज निगम में हंगामा बरपाना भी तय है.