कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामला: उपेन यादव ने सरकार से की दोषियों की संपत्ति जब्त करने की मांग

author img

By

Published : May 17, 2022, 11:03 AM IST

Updated : May 17, 2022, 11:55 AM IST

Upen yadav on paper leak case in Rajasthan

राजस्थान कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने के कारण बेरोजगारों में आक्रोश है. राजस्थान बेरोजगार (Rajasthan constable recruitment exam 2022) एकीकृत महासंघ ने कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में राज्य सरकार से आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.

जयपुर. राजस्थान कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने के कारण बेरोजगारों में आक्रोश है. राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की निंदा की है और राज्य सरकार से आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने इस संबंध में बयान जारी किया है. उन्होंने कहा है कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होना प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. यादव ने मांग की कि नए नकल विरोधी कानून के तहत सरकार पेपर लीक प्रकरण के आरोपियों की संपत्ति जब्त कर उस पर बुलडोजर चलाएं, साथ ही परीक्षा केंद्र की मान्यता भी रद्द की जाए.

उपेन यादव ने कहा कि नए कानून में 10 साल तक की सजा का प्रावधान है, इसलिए आरोपियों को 10 साल की (Upen yadav on paper leak case in Rajasthan) सजा दी जाए. कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले आरोपियों को सख्त सजा दी जाए ताकि भविष्य में होने वाली भर्ती परिक्षाओं में शामिल होने वाले युवाओं के सामने राज्य सरकार एक उदाहरण पेश करें और लाखों युवाओं का भविष्य बचा सके. उपेन यादव ने कहा कि 23 मई को होने वाली बेरोजगार आक्रोश महारैली में भी इसका विरोध किया जाएगा, क्योंकि देश के युवाओं का भविष्य बचाना जरूरी है.

उपेन यादव का कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले पर बयान

पढे़ं- कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामला: और जूते की छाप ने उगला राज, सेंटर तक ऐसे पहुंची SOG

उपेन यादव ने मांग की कि भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले युवाओं का बीमा होना चाहिए. युवा किसी भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए जाते हैं और दुर्घटना में उनकी जान चली जाती है, तो ऐसे में उनका बीमा जरूरी है. उन्होंने भर्ती परीक्षाओं का केंद्र गृह जिले में ही देने और परीक्षा में जाने वाले बेरोजगारों के लिए अतिरिक्त व्यवस्थित बसों की व्यवस्था करने की भी मांग की है. यादव ने चेतावनी दी है कि जल्द ही इन मांगों का समाधान नहीं किया गया तो बेरोजगार सड़कों पर उतरेंगे. जयपुर के झोटवाड़ा के एक परीक्षा केंद्र पर 14 मई को दूसरी पारी में हुई कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया है. जिस कारण इस पेपर को निरस्त कर दिया गया है. इस मामले में कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया है.

राजस्थान में पेपर आउट समेत विवादित भर्तियों की लंबी फेहरिस्त:

  • प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018- राजस्थान शिक्षा विभाग में प्रयोगशाला सहायक के 1200 पदों पर निकाली भर्ती के लिए 3 फरवरी 2019 को परीक्षा का आयोजन किया गया. लेकिन परीक्षा के बाद आरोप लगा कि परीक्षा में पेपर छापने एवं ओएमआर जांचने वाली कंपनी ने सैकड़ों ओएमआर को भरकर फर्जी अभ्यर्थियों का चयन कर लिया. इस मामले में सही तरीके से जांच न करके नियुक्तियां दे दी गई, जबकि दोषियों पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई.
  • कृषि पर्यवेक्षक भर्ती 2018- राजस्थान कृषि विभाग में कृषि पर्यवेक्षक के 1832 पदों पर निकाली भर्ती के लिए 3 मार्च 2019 को किया गया. लेकिन प्रयोगशाला सहायक भर्ती के भांति परीक्षा के बाद परीक्षा में पेपर छापने एवं ओएमआर जांचने वाली कंपनी पर फिर आरोप लग गए. यहां भी फर्जी अभ्यर्थियों का चयन कर लिया गया, जिसमें बिना सही तरीके से जांच किए नियुक्तियां दे दी गई. जबकि दोषियों पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई.
  • एनटीटी भर्ती 2018- महिला एवं बाल विकास विभाग में पूर्व प्राथमिक शिक्षा अध्यापक के 1310 पदों पर 24 फरवरी 2019 को परीक्षा का आयोजन किया गया।.जहां परिणाम जारी होने के बाद हुए दस्तावेज सत्यापन में करीब 75 प्रतिशत पदों पर ऐसे अभ्यर्थियों द्वारा दस्तावेज सत्यापन करवाया गया, आरोप लगा कि अभ्यर्थियों ने शैक्षणिक योग्यता की डिग्री अन्य राज्यों से फर्जी तरीके यानि बेक डेट से हासिल की थी. लेकिन उक्त भर्ती के परिणाम को 2 साल का समय बीत चुका है, न तो फर्जी डिग्री हासिल करने वालों पर कोई कार्रवाई हुई और ना ही फर्जी डिग्री वाले अभ्यर्थियों के स्थान पर योग्य अभ्यर्थियों का चयन कर नियुक्ति दी गई है.
  • राजस्थान पेरामेडिकल केडर लेब टेक्नीशियन, सहायक रेडियोग्राफर एवं ईसीजी भर्ती 2020- राजस्थान चिकित्सा विभाग में पैरामेडिकल केडर के लैब टेक्नीशियन, सहायक रेडियोग्राफर एवं ईसीजी के लिए 1119, 1058 और 195 पदों पर ऑनलाइन आवेदन कर बिना परीक्षा के शैक्षणिक योग्यता के आधार पर चयन सूची जारी की गई. इस दौरान दस्तावेज सत्यापन करने पर तीनों पदों पर एनटीटी भर्ती के भांति करीब 75 प्रतिशत ऐसे अभ्यर्थियों द्वारा दस्तावेज सत्यापन करवाया गया. आरोप लगा कि पैरामेडिकल कोर्स की विभिन्न निजी विश्वविद्यालयों से बेक डेट में डिग्री हासिल की गई थी, जिसमें कुछ तो ऐसे अभ्यर्थी थे, जो विज्ञान विषय के नहीं थे, फिर भी फर्जी डिग्री हासिल कर दस्तावेज सत्यापन करवाया. लेकिन आज तक ऐसे अभ्यर्थियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
  • राजस्थान सिविल जेईन भर्ती 2020- राजस्थान में जेईन के सिविल डिग्री के करीब 533 पदों के लिए 6 दिसम्बर 2020 को आयोजित परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो जाने के कारण 29 दिसम्बर 2020 को बोर्ड द्वारा परीक्षा को रद्द कर दिया गया. जिस पर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने फिर से 12 सितम्बर 2021 को परीक्षा का आयोजन किया गया. लेकिन पुनः पेपर लीक हुआ, 6 दिसम्बर 2020 को आयोजित परीक्षा का पेपर आउट हुआ, लेकिन उसकी न तो जांच की गई है और ना ही यह पेपर कहां से लीक हुआ, किसने किया और उसके पीछे किसका हाथ था कि जांच हुई है.
  • पुस्तकालयाध्यक्ष भर्ती 2018- राजस्थान शिक्षा विभाग में पुस्तकाल्याध्यक्ष के 700 पदों के लिए 29 दिसम्बर 2019 को आयोजित परीक्षा पेपर आउट के कारण रदद् कर दी गई. जिसके बाद पुनः परीक्षा का आयोजन 19 सितम्बर 2019 को किया गया. लेकिन दूसरी बार भी पेपर आउट हुआ, जिसकी जांच एसओजी द्वारा की गई. एसओजी अपनी पहली रिपोर्ट में पेपर रदद मान चुकी थी, कई अभ्यर्थियों ने एसओजी जांच में यह कबूल किया था कि उन्हें पेपर मिला है. लेकिन तत्कालीन सरकार के फैसले में इस पेपर को रद्द नहीं किया गया. इसके अलावा पहली बार पेपर आउट करने वाली गैंग नामजद होने के बावजूद आज तक एक भी अभियुक्त की गिरफ्तरीन हीं की गई है.
  • राजस्थान पटवारी भर्ती परीक्षा- राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित हाल ही में राजस्थान पटवारी भर्ती परीक्षा का परिणाम भी मनमर्जी से नंबर बढ़ाने और परीक्षा के बाद ओएमआर भरकर चयन करवाने के कारण चर्चा में है. हाल ही में आयोजित हुई ग्रामसेवक भर्ती परीक्षा को पेपर भी सिरोही में आउट हुआ और जयपुर के कुछ स्कूल के आगे परीक्षा शुरू होने से पूर्व उत्तर लिखे हुए कागज मिले, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
  • राजस्थान पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती 2021- राजस्थान लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित राजस्थान पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती 2021 की परीक्षा 3 चरणों में 13 से 15 सितम्बर 2021 को आयोजित की गई थी. जिसका पेपर राजस्थान में व्यापक स्तर पर आउट हुआ और डमी केडिडेट बैठकर परीक्षा पास करवाने के कई मामले सामने आए. जबकि कई आरोपी पकड़े भी गए. उक्त परीक्षा में बीकानेर, पाली, जयपुर सहित अन्य जगह पर परीक्षा के पेपर आउट हुए तो ब्लूटूथ गैंग द्वारा पेपर आउट कर सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों को पढ़ाया गया. बीकानेर में एक निजी स्कूल के प्रधानचार्य सहित 10 अन्य को पेपर आउट करवाकर नकल करवाने के आरोप में पकड़ा गया. इनके द्वारा प्रश्न पत्र हल करके उतर अभ्यर्थियों को वॉटसएप पर दिए जा रहे थे, राजधानी जयपुर में भी पेपर आउट करने वाली गैंग के 7 आरोपी पकड़े गऐ. उक्त परीक्षा में बड़े स्तर की धांधली के बावजूद आयोग और राज्य सरकार की मंशा सवालों से घिर गई.
  • राजस्थान आरएएस भर्ती 2018- राजस्थान में आरएएस भर्ती परीक्षा का आयोजन 2019 में किया गया था. प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित इस भर्ती प्रक्रिया के साक्षात्कार में भ्रष्टाचार का मामला भी सामने आ चुका है और साक्षात्कार में अंक दिलवाने वाले आयोग के कनिष्ठ लेखाकार को एसीबी ने गिरफ्तार किया था. इस प्रकरण में आयोग की सदस्या का नाम भी था, तो राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और तत्कालीन शिक्षा मंत्री की भूमिका पर भी इस मामले में सवाल खड़े हुए थे, लेकिन राज्य सरकार द्वारा उक्त प्रकरण पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
  • राजस्थान में पिछले 3 सालों में प्रायः यह देखा गया है कि हर तीसरी भर्ती का पेपर आउट हो रहा है और राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की भर्तियों को देखा जाए, तो हर दूसरी भर्ती का पेपर आउट हुआ है. जहां कुछ तो ऐसी भर्ती है, जिनके पेपर आउट होने की बात जोर शोर के साथ उठाई गई थी. लेकिन कुछ नहीं हो सका है. वर्तमान में यह देखा गया है कि हर भर्ती का पेपर भले ही छोटे स्तर पर आउट हो रहा हो लेकिन आउट जरूर हो रहा है. राजस्थान में अधिकतम पेपर स्कूल स्तर पर आउट हो रहे है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा इस पर कोई विशेष कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.
  • राजस्थान रीट परीक्षा 2021- REET भर्ती परीक्षा प्रकरण के सम्बन्ध में वर्तमान में राजस्थान एसओजी द्वारा जांच जारी है. रीट लेवल 2 में राजस्थान के जयपुर, जालोर, बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर, नागौर, सवाईमाधोपुर जिलों में बड़े स्तर पर पेपर आउट हुआ, जिसमें एक अनुमान के अनुसार इन जिलो में कम से कम 5 से 7 हजार लोगों द्वारा पेपर पढ़ा गया है. जालोर, बाड़मेर, जोधपुर के कुछ ऐसे गांव है जहां एक एक गांव से कम से कम 30 से 40 लड़को ने पेपर पढ़ा हैय उक्त प्रकरण पर वर्तमान में जांच जारी है इसलिए इसके अतिरिक्त लिखना सम्भव नहीं है.

राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं की लिस्ट यह जाहिर कर देती है कि किस तरह से सरकारी नौकरी की आस लेकर बैठे युवाओं के साथ खुलेआम मजाक हो रहा है. फिलहाल कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के पर्चा लीक होने के मामले में शुरुआती तथ्य सामने आए हैं. अब एसओजी की जांच के बाद मामले में आगे की परतें भी खुलेगी तो तस्वीर का रुख साफ हो सकता है.

Last Updated :May 17, 2022, 11:55 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.