जयपुर. प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से सदन में की गई बजट घोषणाओं की क्रियान्विति को लेकर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने (Tikaram Julie took review meeting) बुधवार को समीक्षा बैठक ली. इस दौरान टीकाराम जूली ने कहा कि भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए सरकार गंभीर है और भिखारियों को स्किल डेवलपमेंट से जोड़कर उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाएगा. मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को बजट घोषणाओं को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए. अंबेडकर भवन सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में विभाग के निदेशक ओपी बुनकर, जयपुर जिला कलेक्टर राजन विशाल ,जयपुर के एडिशनल कमिश्नर क्राइम अजयपाल लांबा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
बैठक में मंत्री टीकाराम जूली ने विभाग की बजट घोषणाओं को लेकर अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा की. बैठक में नशा मुक्त भारत अभियान, गुरुशरण छाबड़ा जन जागरूकता अभियान के साथ ही जयपुर को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाने पर चर्चा की गई. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि बजट घोषणाओं के तहत अधिकांश विभागीय घोषणाएं क्रियान्वित कर दी गई है. इसके लिए सभी संबंधित विभागों के साथ चर्चा कर योजना तैयार की जा रही है. जल्द इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे.
टीकाराम जूली ने कहा कि जयपुर शहर को भिक्षावृत्ति से मुक्त करने के लिए अभियान चलाकर भीख मांगने वाले बच्चों को बाल गृह और हॉस्टल भेजा जाएगा. दिव्यांग जनों को भी उनके लिए बनाए गए हॉस्टल और बुजुर्गों को आश्रम में रखा जाएगा. इसके अलावा काम करने में सक्षम भिखारियों को स्किल डेवलपमेंट से जोड़कर उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाएगा ताकि पर अपना जीवन आसानी से काट सकें और भिक्षावृत्ति पर निर्भर न रहें. इसके लिए पुलिस, एनजीओ, मेडिकल सहित अन्य विभागों को साथ लिया जाएगा.