ETV Bharat / city

जयपुर में जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों पर लाठीचार्ज मामले में SHO सस्पेंड, बीजेपी नेताओं का धरना समाप्त

author img

By

Published : Sep 5, 2019, 11:56 PM IST

राजधानी के खो नागोरियां थाना इलाके में जनप्रतिनिधियों पर लाठीचार्ज के मामले में थानाधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही धरने पर बैठे भाजपाइयों ने मांगे मानने के बाद धरना समाप्त कर दिया है.

jaipur kho nagoriyan lathicharge, जयपुर में लाठीचार्ज

जयपुर. राजधानी जयपुर के खोनागोरियां थाना इलाके में हॉकर की हत्या के बाद उपजे विवाद के मामले में थाना अधिकारी पर गाज गिरी है. पुलिस प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों पर लाठीचार्ज करने वाले एसएचओ वीरेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया है.

जनप्रतिनिधियों पर लाठीचार्ज करने वाला एसएचओ सस्पेंड

थाना अधिकारी को सस्पेंड करने के बाद धरने पर बैठे बीजेपी नेताओं ने मांगे पूरी होने का आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त कर दिया. बीजेपी नेता दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए थे. वहीं पुलिस के आला अधिकारियों ने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से वार्ता कर धरना समाप्त करने की अपील की. लेकिन बीजेपी नेता अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे.

पढ़ेंः हॉकर की हत्या मामले ने लिया सियासी रूप, भाजपा ने बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए CM को ठहराया जिम्मेदार

प्रशासन ने मांगे मानी, धरना समाप्त

आखिरकार पुलिस प्रशासन को जनप्रतिनिधियों के आगे झुकना ही पड़ा. पुलिस प्रशासन ने थाना अधिकारी को सस्पेंड कर पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए मुआवजा देने का आश्वासन दिया. इसके बाद बीजेपी नेताओं ने धरना समाप्त किया. धरने में बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए. बीजेपी के जयपुर शहर सांसद रामचरण बौहरा, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा, विधायक अशोक लाहोटी, नरपत सिंह राजवी, रामलाल शर्मा, सतीश पूनिया, कालीचरण सराफ और पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक, जगदीश मीणा, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, कन्हैया लाल मीणा, प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज, पूर्व राज्य महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा सहित भाजपा के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता धरने में शामिल हुए.

दरअसल सुबह एक होकर की हत्या के बाद माहौल तनावपूर्ण बन गया था हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता खोनागोरियां थाने पर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया इस दौरान बीजेपी के पूर्व संसदीय सचिव कैलाश वर्मा सहित कई कार्यकर्ता घायल हो गए. वही पूर्व मंत्री कन्हैया लाल मीणा घायल कैलाश वर्मा को अपनी गाड़ी में बैठाकर अस्पताल लेकर जाने लगे तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ भी बदसलूकी की और घसीटते हुए थाने में बैठा दिया. साथ ही मौके पर घटनाक्रम का कवरेज कर रहे पत्रकारों के साथ पी पुलिस ने मारपीट की.

पढ़ेंः MV act 2019 : जानें, नए नियमों का उल्लंघन करने पर कितना भरना पड़ेगा जुर्माना

जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों पर लाठी चार्ज होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. मामले की जानकारी मिलते ही बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता थाने पर पहुचे. और दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने के साथ पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की. मांगों पर सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर बीजेपी नेताओं ने थाने के बाहर धरना शुरू कर दिया इसके बाद देर शाम को पुलिस के आला अधिकारियों ने बीजेपी नेताओं से वार्ता की और उनकी मांगों पर सकारात्मक आश्वासन दिया. तब जाकर बीजेपी नेताओं ने धरना समाप्त किया.

राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने बताया कि प्रशासन की ओर से मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. इसके अलावा 5 लाख रुपये और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने का पत्र राज्य सरकार को लिखा जाएगा. उन्होंने बताया कि जिन बीजेपी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने अरेस्ट किया है उनको रात को ही छोड़ा जाएगा. इसके अलावा थाना अधिकारी को सस्पेंड कर पुलिस कमिश्नरेट से बाहर कर दिया जाएगा. पूर्व राज्य महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा ने बताया कि आज जो घटना हुई है वह काफी निंदनीय है यहां के थानाधिकारी ने भाजपा के दो पूर्व मंत्रियों के साथ मारपीट की. वह पूरी तरह से एक दादागिरी थी.

पढ़ेंः एक्शन मोड में चूरू पुलिस, खाकी और खादी को भी नहीं बख्शा...

एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने बताया कि खो नागोरियां थाना इलाके में सुबह एक हॉकर का मर्डर हुआ था जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके बाद लोगों ने पुलिस थाने पर विरोध प्रदर्शन किया और इस दौरान हालात बेकाबू हो गए. हालात को काबू करने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से लाठीचार्ज किया गया जिसमें कई लोगों को चोटें भी आ गई. उन्होंने बताया कि जांच होने तक खोह नागोरियां थाना अधिकारी को निलंबित किया गया है. जांच पूर्ण होने तक इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह का मुख्यालय पुलिस कमिश्नरेट नहीं रहेगा. यानी उन्हें पुलिस कमिश्नर से बाहर कर दिया गया है.

उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार मुआवजे के प्रावधानों को देखते हुए पीड़ित परिवार की सहायता की जाएगी. वहीं पुलिस ने मर्डर के साथ ही राज कार्य बाधा का भी मामला दर्ज किया है. जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

Intro:जयपुर
एंकर- राजधानी जयपुर के खोनागोरियां थाना इलाके में हॉकर की हत्या के बाद उपजे विवाद के मामले में थाना अधिकारी पर गाज गिरी है। पुलिस प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों पर लाठीचार्ज करने वाले एसएचओ वीरेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया है।


Body:थाना अधिकारी को सस्पेंड करने के बाद धरने पर बैठे बीजेपी नेताओं ने मांगे पूरी होने का आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त कर दिया। बीजेपी नेता दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए थे। वहीं पुलिस के आला अधिकारियों ने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से वार्ता कर धरना समाप्त करने की अपील की। लेकिन बीजेपी नेता अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। आखिरकार पुलिस प्रशासन को जनप्रतिनिधियों के आगे झुकना ही पड़ा। पुलिस प्रशासन ने थाना अधिकारी को सस्पेंड कर पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए मुआवजा देने का आश्वासन दिया। इसके बाद बीजेपी नेताओं ने धरना समाप्त किया। धरने में बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बीजेपी के जयपुर शहर सांसद रामचरण बौहरा, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा, विधायक अशोक लाहोटी, नरपत सिंह राजवी, रामलाल शर्मा, सतीश पूनिया, कालीचरण सराफ और पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक, जगदीश मीणा, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, कन्हैया लाल मीणा, प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज, पूर्व राज्य महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा सहित भाजपा के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता धरने में शामिल हुए।
दरअसल सुबह एक होकर की हत्या के बाद माहौल तनावपूर्ण बन गया था हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता खोनागोरियां थाने पर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया इस दौरान बीजेपी के पूर्व संसदीय सचिव कैलाश वर्मा सहित कई कार्यकर्ता घायल हो गए। वही पूर्व मंत्री कन्हैया लाल मीणा घायल कैलाश वर्मा को अपनी गाड़ी में बैठाकर अस्पताल लेकर जाने लगे तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ भी बदसलूकी की और घसीटते हुए थाने में बैठा दिया। साथ ही मौके पर घटनाक्रम का कवरेज कर रहे पत्रकारों के साथ पी पुलिस ने मारपीट की। जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों पर लाठी चार्ज होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। मामले की जानकारी मिलते ही बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता थाने पर पहुचे। और दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने के साथ पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। मांगों पर सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर बीजेपी नेताओं ने थाने के बाहर धरना शुरू कर दिया इसके बाद देर शाम को पुलिस के आला अधिकारियों ने बीजेपी नेताओं से वार्ता की और उनकी मांगों पर सकारात्मक आश्वासन दिया। तब जाकर बीजेपी नेताओं ने धरना समाप्त किया।
राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने बताया कि प्रशासन की ओर से मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इसके अलावा 5 लाख रुपये और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने का पत्र राज्य सरकार को लिखा जाएगा। उन्होंने बताया कि जिन बीजेपी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने अरेस्ट किया है उनको रात को ही छोड़ा जाएगा। इसके अलावा थाना अधिकारी को सस्पेंड कर पुलिस कमिश्नरेट से बाहर कर दिया जाएगा।
पूर्व राज्य महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा ने बताया कि आज जो घटना हुई है वह काफी निंदनीय है यहां के थानाधिकारी ने भाजपा के दो पूर्व मंत्रियों के साथ मारपीट की। वह पूरी तरह से एक दादागिरी थी। अब थाना अधिकारी को सस्पेंड कर 5 लाख रुपये पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की बात मान ली गई है इसके बाद धरना समाप्त किया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक का शुक्रवार को पोस्टमार्टम करवाकर दाह संस्कार किया जाएगा।

एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने बताया कि खो नागोरियां थाना इलाके में सुबह एक हॉकर का मर्डर हुआ था जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके बाद लोगों ने पुलिस थाने पर विरोध प्रदर्शन किया और इस दौरान हालात बेकाबू हो गए। हालात को काबू करने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से लाठीचार्ज किया गया जिसमें कई लोगों को चोटें भी आ गई। उन्होंने बताया कि जांच होने तक खोह नागोरियां थाना अधिकारी को निलंबित किया गया है। जांच पूर्ण होने तक इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह का मुख्यालय पुलिस कमिश्नरेट नहीं रहेगा। यानी उन्हें पुलिस कमिश्नर से बाहर कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार मुआवजे के प्रावधानों को देखते हुए पीड़ित परिवार की सहायता की जाएगी। वहीं पुलिस ने मर्डर के साथ ही राज कार्य बाधा का भी मामला दर्ज किया है। जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बाईट- किरोड़ी लाल मीणा, राज्यसभा सांसद
बाईट- सुमन शर्मा, पूर्व अध्यक्ष, राज्य महिला आयोग
बाईट- अजयपाल लांबा, एडिशनल पुलिस कमिश्नर




Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.