जयपुर. नगर निगम महापौर चुनाव के लिए भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के नामों का एलान कर दिया है. जयपुर नगर निगम ग्रेटर से सौम्या गुर्जर बीजेपी की प्रत्याशी होंगी, तो वहीं नगर निगम हेरिटेज में बीजेपी ने निर्दलीय पार्षद कुसुम यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है. नगर निगम ग्रेटर में बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत है तो वहीं हेरिटेज में भाजपा और कांग्रेस को अपना बोर्ड बनाने के लिए निर्दलीयों का सहारा लेना पड़ेगा.
ये है सौम्या गुर्जर का सियासी सफर...
जयपुर नगर निगम ग्रेटर के लिए भाजपा महापौर पद की प्रत्याशी सौम्या गुर्जर पूर्व में करौली जिला परिषद की सदस्य रह चुकी हैं और राज्य महिला आयोग सदस्य के रूप में भी काम कर चुकी हैं. राज्य महिला आयोग सदस्य के रूप में सौम्या गुर्जर अपने कार्यकाल के दौरान दुष्कर्म पीड़िता के साथ सेल्फी लेने के प्रकरण में काफी चर्चित रही थी. इसी प्रकरण के बाद उन्हें राज्य महिला आयोग सदस्य पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था.
इस बार भाजपा ने मानसरोवर क्षेत्र में आने वाले वार्ड प्रत्याशी से उन्हें पार्षद पद का टिकट दिया है, जबकि यह वार्ड सामान्य श्रेणी का था और सौम्या गुर्जर ओबीसी वर्ग से आती हैं. उस दौरान ही लगभग इस बात के संकेत मिल गए थे कि भाजपा उन्हें महापौर के फेस के रूप में आगे करेगी और अब पार्टी ने यही निर्णय लिया है. भाजपा की ओर से पार्षद और महापौर का प्रत्याशी बनाए जाने का फैसला भी ऊपरी स्तर पर लिया गया है. इन फैसलों पर शहर के विधायकों की रजामंदी नहीं थी.
कुसुम यादव का ये है सियासी सफर...
जयपुर नगर निगम हेरिटेज के लिए बीजेपी ने अपनी ही बागी निर्दलीय पार्षद कुसुम यादव को महापौर के प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतारा है. कुसुम यादव ने वार्ड 74 से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा था और भाजपा की प्रत्याशी मुन्नी देवी को शिकस्त दी थी. हालांकि, कुसुम यादव को अंतिम समय पर भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था, लेकिन समय पर पार्टी का सिंबल नहीं पहुंचने के कारण उन्हें निर्दलीय ही चुनाव लड़ना पड़ा. इसके बाद भाजपा प्रत्याशी के लिए अधिकृत रूप से मुन्नी देवी की घोषणा की गई.
निर्दलीय लड़ने पर भाजपा ने किया था निष्कासित
वहीं, निर्दलीय चुनाव लड़े जाने के कारण कुसुम यादव को पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित भी किया, लेकिन अब उनका निष्कासन वापस ले लिया है. इससे पहले भी कुसुम यादव जयपुर नगर निगम में भाजपा की पार्षद थी और निगम की सांस्कृतिक समिति की चेयरमैन भी रही हैं. वहीं, कुसुम यादव के पति अजय यादव भी जयपुर नगर निगम में भाजपा के पूर्व पार्षद रह चुके हैं.
पूर्व विधायक मोहनलाल के थे नजदीकी
कुसुम यादव और अजय यादव भाजपा के पूर्व विधायक मोहनलाल गुप्ता के नजदीकी माने जाते थे, लेकिन उनके टिकट काटे जाने के बाद यादव और इन नेताओं के बीच आपसी रिश्तों में खटास आ गई थी. लेकिन महापौर पद प्रत्याशी बनाए जाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका राजसमंद से भाजपा सांसद और बीजेपी के प्रदेश महामंत्री दीया कुमारी की रही.
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बताया जा रहा है कि बुधवार रात को सिटी पैलेस में दीया कुमारी से कुसुम यादव और भाजपा के अन्य नेताओं से चर्चा के दौरान ही कुसुम यादव का नाम महापौर प्रत्याशी के लिए फाइनल किया गया था. दीया कुमारी ने ही कुसुम यादव को सपोर्ट किया और संगठन ने उनका नाम आगे बढ़ाया, जिसमें उन्हें सफलता भी मिली.