जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी संकट के बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों को जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल में शिफ्ट कर दिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद विधायकों के साथ जैसलमेर गए थे. जिसके बाद शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसलमेर से शाम को जयपुर पहुंचे. एयरपोर्ट से बाहर निकलने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक लेटर लिखकर गुजारिश करेंगे कि सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात करें और राज्यों की जरूरतों को जानें. गहलोत ने बीजेपी को कोरोना काल में सरकार गिराने की साजिश के लिए भी घेरा.
जनता माफ नहीं करेगी भाजपा को
सीएम गहलोत ने कहा कि भाजपा को जनता माफ नहीं करेगी. इन्होंने कोरोना के समय सरकार गिराने की साजिश रची है. जो बिल्कुल भी सही नहीं है. आने वाले समय में जनता जरूर केंद्र की सरकार से इस बारे में जवाब मांगेगी. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वसुंधरा राजे के बारे में कहा कि इस सियासी संकट के बीच वसुंधरा कहां हैं. जो लोग मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे थे, उनमें एक का तो प्लेन क्रैश हो गया है. गजेंद्र सिंह शेखावत से अपना मंत्रालय संभाला नहीं जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि शेखावत अगर पानी की समस्या के ऊपर काम करते तो आज सब इनका धन्यवाद अदा करते. लेकिन यहां कुछ और ही चल रहा है. राजस्थान प्रदेश में लगातार सरकार गिराने की कोशिश की जा रही है.
प्रदेश में कोरोना संक्रमण को लेकर क्या बोले गहलोत
अशोक गहलोत ने कोरोना संक्रमण को लेकर कहा कि मैं पीएम को पत्र लिखूंगा. पीएम को मुख्यमंत्रियों के साथ फिर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करनी चाहिए. एक दिन की बैठक में कई मुख्यमंत्री अपनी बात ठीक ढंग से रख नहीं पाते इसलिए पीएम को कम से कम दो दिन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करनी चाहिए. सीएम ने कहा कि राज्यों का रेवेन्यू 40 प्रतिशत पर आ गया है. इसलिए केंद्र को चाहिए कि वो राज्यों के साथ बात करे और राज्यों की जरूरतों को पूरा करें. राजस्थान में कोरोना के बढ़ते केसों को लेकर सीएम ने कहा कि जितनी ज्यादा टेस्टिंग हो रही है. उतने ही ज्यादा केस सामने आ रहे हैं. राजस्थान में डेथ रेट दूसरे राज्यों के मुकाबले काफी अच्छी है.
राम मंदिर और बीएसपी पर क्या बोले गहलोत
मुख्यमंत्री ने राम मंदिर को लेकर कहा कि, मंदिर के मामले में फैसला भले ही कोर्ट का हो, लेकिन इन्होंने (बीजेपी) इसका राजनीतिक फायदा उठाया है. ऐसे में जनता सब देख रही है. गहलोत ने कहा कि मायावती को सीबीआई का डर है. हमने कानून के तहत बीएसपी के विधायकों का विलय कराया. बीएसपी के सभी 6 विधायकों ने अपनी मर्जी से कांग्रेस में विलय किया है. जो बीजेपी को गलत लगता है. लेकिन जब बीजेपी में दूसरी पार्टी के विधायक विलय करते हैं तो वो सही कैसे हो जाता है.