जयपुर. जेडीए प्रवर्तन दस्ते ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए 2 जगहों पर अवैध कॉलोनी बसाने के प्रयास को विफल किया है. जेडीए प्रवर्तन दस्ते ने भांकरोटा गांव में निजी खातेदारी की करीब 6 बीघा भूमि और ग्राम मोटूका वास में करीब 9 बीघा भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने का प्रयास विफल किया है.
जेडीए के मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन रघुवीर सैनी के मुताबिक जोन- 12 के भांकरोटा गांव में करीब 6 बीघा निजी खातेदारी भूमि पर पटेल नगर के नाम से अवैध आवासीय कॉलोनी बसाने का प्रयास किया जा रहा था. अवैध कॉलोनी बसाने के लिए जेडीए की बिना अनुमति और बिना स्वीकृति के ग्रेवल सड़के बाउंड्रीवाल और अन्य अवैध निर्माण कर लिए गए थे. जिन्हें जेडीए प्रवर्तन दस्ते ने जेसीबी मशीन और मजदूरों की सहायता से ध्वस्त कर अवैध कॉलोनी बसाने का प्रयास विफल किया है.
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जोन 13 के गांव मोटूका बास में दो अलग-अलग जगह पर करीब 6 बीघा और 3 बीघा कुल मिलाकर 9 बीघा निजी खातेदारी भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने का प्रयास किया जा रहा था. अवैध कॉलोनी बसाने के लिए जेडीए की बिना अनुमति के ही सड़कें और अवैध निर्माण कर लिए गए थे. जिसे जेडीए के प्रवर्तन दस्ते ने ध्वस्त कर अवैध कॉलोनी बसाने का प्रयास विफल किया है. अवैध कॉलोनी बसाने के लिए संबंधित निजी खातेदारों के खिलाफ धारा 175 राजस्थान काश्तकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई कर खातेदारी सरकार के नाम करने, संबंधित से जेडीए के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का नियमानुसार खर्चा वसूली और अवैध कॉलोनी बसाने वाली सोसायटियों के खिलाफ रजिस्टार, कोऑपरेटिव विभाग को नियमानुसार प्रभावी कार्रवाई करने के लिए सुनिश्चित किया जा रहा है, ताकि अवैध कॉलोनी बसाने के प्रयासों को रोका जा सके. जेडीए आयुक्त गौरव गोयल के नेतृत्व में जेडीए के प्रवर्तन शाखा की ओर से शहर में नियम विरुद्ध निर्माण करने और अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.
बाल मजदूरी करवाने पर एक महिला गिरफ्तार
राजधानी जयपुर में लगातार बाल श्रम के मामले सामने आ रहे हैं. नन्हे-मुन्ने बच्चों को लालच देकर दूसरे राज्यों से जयपुर लाकर बाल मजदूरी करवाई जा रही है. राजधानी जयपुर में नाहरगढ़ थाना पुलिस ने 8 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है. बाल श्रम कराने के आरोप में पुलिस ने एक महिला आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी जुलाय शाह है.