जयपुर. आईजी जयपुर रेंज की स्पेशल टीम ने दो कारखानों में नकली डीजल बनाने का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने गैंग के 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर 1 करोड़ 10 लाख रुपए की कीमत का नकली डीजल बरामद किया है. विश्वकर्मा, अजमेर के नसीराबाद और जयपुर के दूदू इलाके में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. तीनों स्थानों पर कार्रवाई में कुल 1 लाख 30 हजार लीटर नकली डीजल बरामद हुआ है.
आईजी जयपुर रेंज एस. सेंगाथिर ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि ओमान और सऊदी अरब से गुजरात बंदरगाह पर कच्चा माल मंगवा कर उससे जयपुर के विश्वकर्मा और अजमेर के नसीराबाद में नकली डीजल बनाया जा रहा है. नकली डीजल की एक गाड़ी जयपुर से नसीराबाद की तरफ जाने की सूचना पर विशेष टीम सतर्क हो गई. दूदू थाना इलाके में संदिग्ध टैंकर को रोका गया. टैंकर में 20000 लीटर नकली डीजल भरा हुआ मिला.
पुलिस ने आरोपी चालक महबूब अली को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह नकली डीजल विश्वकर्मा स्थित देवीलाल और देवेंद्र अग्रवाल के प्लांट से टैंकर में भरकर अजमेर नसीराबाद के लवेरा में सोमानी के दीपक मोटर गैराज में सप्लाई करने जा रहा था. स्पेशल टीम ने विश्वकर्मा में देवीलाल और देवेंद्र अग्रवाल के प्लांट पर और नसीराबाद में दीपक मोटर गैराज पर छापेमारी की. जहां पर अवैध तरीके से ड्रम और टैंकरों में भरा हुआ नकली डीजल बरामद किया गया. पुलिस ने कारखाने से चार आरोपी अजीत तंवर, शाकिर, मनोज और गणपत को गिरफ्तार किया है.
नसीराबाद में दीपक मोटर गैराज में छापेमारी के दौरान बड़ी तादाद में नकली डीजल बरामद करते हुए तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. तीनों स्थानों पर कार्रवाई में कुल 130000 लीटर नकली डीजल बरामद हुआ है. नकली डीजल के कारखानों का संचालन करने वाले मुख्य सरगना देवीलाल, सोमानी, देवेंद्र अग्रवाल और नीरज तिवारी फिलहाल फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है.