जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय का 30वां दीक्षांत समारोह शुक्रवार को वर्चुअल रियलिटी मोड पर हुआ. इसमें 210 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि दी गई, जबकि विभिन्न संकायों में टॉप करने वाले 113 टॉपर्स विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल और डिग्री दी गई. इसके साथ ही आज हुए कार्यक्रम में 2019 में पास हुए 1,50,220 विद्यार्थियों को भी डिग्री जारी की गई है. राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और राज्यपाल कलराज मिश्र और उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया. इस कार्यक्रम के बाद टॉपर्स को गोल्ड मेडल और डिग्रियों का वितरण किया गया.
विवि के कुलाधिपति और राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय की गौरवशाली यात्रा को वर्षों के आंकड़ों से नहीं आंका जा सकता है. राजस्थान विश्वविद्यालय ने अपने विद्यार्थियों का व्यक्तित्व निर्माण कर देशभर में विशेष पहचान बनाई है. आज जिन्हें पदक मिला है, उन्हें नए जीवन में प्रवेश मिला है. उन्होंने कहा कि आज जिन्हें पदक मिला है. उन्हें अपने ज्ञान का उपयोग देश और समाज की भलाई कर इसकी सार्थकता साबित करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश के निर्माण के साथ ही विश्वविद्यालय युवाओं के मार्गदर्शन में भी अपनी अहम भूमिका निभाएगा. अपने संबोधन में उन्होंने देश की प्राचीन विश्वविद्यालयों का जिक्र किया और कहा कि प्राचीन विश्वविद्यालय व्यवहारिक शिक्षा देते थे, जो आज ज्यादा प्रासंगिक है.
उन्होंने शिक्षकों को भी समय के साथ अपने आप को अपडेट करने की अपील की और कहा कि कोरोना काल के कठिन समय में भी हमने काफी सिखाया है. ऑनलाइन पढ़ाई को इस विकट समय मे बढ़ावा मिला है. अब शिक्षकों को तकनीक का प्रयोग कर ज्ञान को उन्नत करने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने नई शिक्षा नीति की भी प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने विश्वविद्यालयों को नई शिक्षा नीति के अनुरूप रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम तैयार करने को कहा है और कई विश्वविद्यालयों ने इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है.
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समारोह को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि कोरोना के चलते पहली बार तकनीक के प्रयोग से वर्चुअल रियलिटी मोड पर दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया है. यह भविष्य के लिए भी अभिनव प्रयोग साबित होगा. उन्होंने इस मौके पर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार की ओर से किए गए कार्यों का जिक्र भी किया और कहा कि दो साल में सरकार ने ग्रामीण इलाकों में 87 नए कॉलेज खोले हैं. उच्च शिक्षा के क्षेत्र में छात्राओं की बढ़ती संख्या पर भी उन्होंने खुशी जाहिर की है.
इससे पहले देवी सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कुलपति प्रो. राजीव जैन और कुलसचिव केएम दुड़िया ने कार्यक्रम का आगाज किया. इसके बाद राष्ट्रगान और राजस्थान विश्वविद्यालय का कुलगीत गाया गया. इस मौके पर राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजीव जैन और कुलसचिव केएम दुड़िया ने भी संबोधित किया. इस मौके पर सीनेट, सिंडिकेट सदस्यों के साथ ही शिक्षक और कर्मचारी भी मौजूद रहे.