जयपुर. हेरिटेज नगर निगम (Jaipur Heritage Municipal Corporation) अब 28 दिसंबर को 200 हूपर किराए पर लेने का टेंडर खुलने से पहले निगम के 100 हूपर को दो शिफ्ट में लगाकर डोर टू डोर कचरा संग्रहण कराएगा. इस बार किसी एक कंपनी को पूरा काम संभलवाने के बजाए जोनवार टेंडर किए जा रहे हैं. इसके साथ ही एसआई/सीएसआई को नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं. लापरवाही बरतने वालों की सैलरी काटी जाएगी.
आए दिन की हड़ताल और टेंडर की शर्तों की पालना नहीं करना बीवीजी कंपनी को भारी पड़ गया. हेरिटेज नगर निगम ने इस पर सख्त एक्शन लेते हुए कंपनी को टर्मिनेट (bvg company agreement jaipur) कर दिया है. हालांकि टर्मिनेशन के अगले ही दिन जिन 100 हूपर से डोर टू डोर कचरा संग्रहण किया जाना था, वो हूपर कुछ एक वार्ड में ही पहुंचे. हालांकि स्थानीय लोगों ने निगम कमिश्नर की अपील पर कचरे को रोड पर ना फेंकते हुए घर में ही रखा. जबकि ओपन कचरा डिपो को अतिरिक्त संसाधन लगाकर हटाने की कवायद पूरे दिन जारी रही.
हेरिटेज निगम कमिश्नर अवधेश मीणा ने बताया कि 200 हूपर रेंट पर लेने के लिए टेंडर कर दिए गए हैं. ये टेंडर 28 दिसंबर को खुलेंगे. इसके साथ ही निगम के पास खुद के 100 हूपर हैं. ऐसे में प्रत्येक वार्ड में औसतन तीन हूपर लगाकर कचरा कलेक्शन किया जाएगा. जो बीवीजी कंपनी के दो हूपर की तुलना में डेढ़ गुना है. जब तक ये टेंडर नहीं हो जाते, तब तक निगम के हूपर दो शिफ्ट सुबह 6:00 से 2:00 बजे और दोपहर 2:00 से रात 10:00 बजे तक संचालित होंगे.
इसके अलावा कचरा डिपो उठाने के लिए जेसीबी, डंपर, ट्रैक्टर भी लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं, उनकी अटेंडेंस मॉनिटरिंग की जा रही है. अब लापरवाही बरतने वाले एसआई/सीएसआई के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उनकी सैलरी भी काटी जाएगी. वहीं स्वास्थ्य उपायुक्त आशीष कुमार ने बताया कि इस बार किसी एक कंपनी को ठेका नहीं देते हुए जोन वाइज टेंडर किए जा रहे हैं. टेंडर की शर्तों में हड़ताल किए जाने पर पेनल्टी लगाने, काम अधूरा होने की स्थिति में कार्रवाई जैसे प्रावधान जोड़े गए हैं.
हेरिटेज निगम की स्थिति
हेरिटेज निगम के पास संसाधन
बहरहाल, बीवीजी कंपनी (jaipur bvg company case) को कई बार काम सुधारने के लिए नोटिस दिए गए. लेकिन कंपनी की कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आया और अब हेरिटेज निगम ने कंपनी के साथ अनुबंध खत्म कर दिया गया है. निगम अब अपने स्तर से डोर टू डोर कचरा संग्रहण करेगा. लेकिन 200 हूपर रेंट पर लेने से पहले निगम के सामने बड़ी चुनौती रहने वाली है. पहले दिन डोर टू डोर संग्रहण हो नहीं सका. देखना होगा कि शहर की जनता कितने दिन निगम कमिश्नर की अपील पर कचरे को घर में रख पाती है.