बीकानेरः बर्ड फेस्टिवल पर बारिश ने फेरा पानी, धरी रह गई तैयारियां

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Published : Jan 13, 2020, 7:24 PM IST

बीकानेर बर्ड फेस्टिवल में बारिश, Bird Festival held in Bikane, rain in bikaner bird festival

पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बीकानेर में आयोजित होने वाला बर्ड फेस्टिवल इस बार बारिश की भेंट चढ़ गया. बेमौसम हुई बारिश के चलते आयोजन सही तरीके से नही हो पाया. वहीं बारिश के कारण पक्षी भी अपने ठिकानों से बाहर नहीं निकले.

बीकानेर. पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव के साथ ही आयोजित होने वाला बर्ड फेस्टिवल इस बार पूरी तरह से बारिश की भेंट चढ़ गया. बेमौसम हुई बारिश के चलते सोमवार को आयोजित होने वाला चौथा बर्ड फेस्टिवल केवल औपचारिकता बनकर रह गया. बारिश के कारण पक्षी भी अपने बाहर नहीं निकले, साथ ही सैलानी भी वहां नहीं आए.

बारिश की भेंट चढ़ा बर्ड फेस्टिवल

बीकानेर के जोड़बीड़ में आयोजित होने वाला बर्ड फेस्टिवल, कैमल फेस्टिवल के साथ ही आयोजित किया जाता है. लगातार चौथे साल भी देशी विदेशी पर्यटकों के लिए इस बार भी इसका आयोजन किया गया था. लेकिन सोमवार को बेमौसम हुई बारिश के चलते यह आयोजित नहीं हो पाया.

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दरअसल बीकानेर के जोड़बीड में हर साल सर्दी का मौसम शुरू होने के साथ ही सात समंदर पार से विदेशी पक्षी बीकानेर के सर्द मौसम में आते हैं. यहां आने वाले विदेशी पक्षियों में फ्रांस, यूरोप, अफगानिस्तान और रूस के विभिन्न प्रकार के पक्षी शामिल होते हैं. जिसमें गिद्ध चिड़िया भी शामिल है. इन विदेशी पक्षियों दिखाने के लिए फेस्टिवल का आयोजन होता है.

लेकिन सोमवार को हुई बारिश के बाद जोड़बीड़ में यह पक्षी अपने ठिकानों से बाहर नहीं निकले. जिसके चलते पर्यटकों को लाने की जिम्मेदारी संभाल रहे पर्यटन विभाग के अधिकारी जूनागढ़ में कुछ देर बारिश रुकने का इंतजार करते रहे. लेकिन जब बारिश नहीं रुक पाई और जोड़बीड़ में पक्षी बाहर नहीं निकले तो सैलानियों को भी मना कर दिया गया. हालांकि इस दौरान वहां पहुंची स्कूली बच्चों को वन विभाग के अधिकारियों ने वहां भ्रमण करवाया. लेकिन वह बच्चे भी विदेशी पक्षियों को नहीं देख पाने से निराश नजर आए.

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हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने जोड़बीड़ में बर्ड फेस्टिवल को लेकर अपनी पूरी तैयारियां की थी. वहां सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन भी आयोजित किया जाना था. इसके साथ ही वहां बीकानेर आने वाले विदेशी पक्षियों की फोटो गैलरी भी लगाई गई थी. साथ ही बीकानेर के रौबीले भी पर्यटकों के स्वागत के लिए वहां मौजूद थे.

Intro:पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगातार चौथे साल बीकानेर में आयोजित होने वाला बर्ड फेस्टिवल इस बार बारिश की भेंट चढ़ गया बेमौसम हुई बारिश के चलते ना तो आयोजन सही तरीके से हो पाया और ना ही इसके लिए सैलानी जुट पाए।


Body:बीकानेर। पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव के के साथ ही आयोजित होने वाला बर्ड फेस्टिवल इस बार पूरी तरह से बारिश की भेंट चढ़ गया बेमौसम हुई बारिश के चलते सोमवार को आयोजित होने वाला चौथा बर्ड फेस्टिवल केवल औपचारिकता बनकर रह गया। दरअसल बीकानेर के जोड़बीड़ में आयोजित होने वाला बर्ड फेस्टिवल कैमल फेस्टिवल के साथ ही आयोजित किया जाता है और लगातार चौथे साल भी देशी विदेशी पर्यटकों के लिए इस बार भी इसका आयोजन किया गया था। लेकिन सोमवार को बेमौसम हुई बारिश के चलते यह आयोजित नहीं हो पाया।


Conclusion:दरअसल बीकानेर के जोड़बीड में हर साल सर्दी का मौसम शुरू होने के साथ ही सात समंदर पार से विदेशी पक्षी बीकानेर के सर्द मौसम में आते हैं। यहां आने वाले विदेशी पक्षियों में फ्रांस यूरोप और अफगानिस्तान और रूस के विभिन्न प्रकार के पक्षी शामिल होते हैं जिसमें गिद्ध चिड़िया भी शामिल है। इन विदेशी पक्षियों को देसी विदेशी पर्यटकों को दिखाने के लिए इस बर्ड फेस्टिवल का आयोजन होता है लेकिन सोमवार को हुई बारिश के बाद जोड़बीड़ में यह पक्षी अपने ठिकानों से बाहर नहीं निकले जिसके चलते देसी विदेशी पर्यटकों को लाने की जिम्मेदारी संभाल रहे पर्यटन विभाग के अधिकारी जूनागढ़ में कुछ देर वहां पर्यटकों के लिए बारिश होने का इंतजार करते रहे लेकिन जब बारिश नहीं रुक पाई और जोड़बीड़ में पक्षी बाहर नहीं निकले तो सैलानियों को भी मना कर दिया गया। हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने जोड़बीड़ में बर्ड फेस्टिवल को लेकर अपनी पूरी तैयारियां की थी और वहां सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन भी आयोजित किया जाना था इसके साथ ही वहां बीकानेर आने वाले विदेशी पक्षियों की फोटो गैलरी भी लगाई गई थी और बीकानेर के रौबीले भी पर्यटकों के स्वागत के लिए वहां मौजूद थे। हालांकि इस दौरान वहां पहुंची स्कूली बच्चों को वन विभाग के अधिकारियों ने वहां भ्रमण करवाया लेकिन वह बच्चे भी विदेशी पक्षियों को नहीं देख पाने से निराश नजर आए।

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