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कोरोना संक्रमित होने के बाद दूसरी घातक बीमारियों से बचने के लिए कैसे बढ़ाएं इम्युनिटी

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Published : May 13, 2021, 5:33 PM IST

भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. शलभ शर्मा से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. डॉ. शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमित होने के बाद लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो रही है. जिसके चलते वो दूसरी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. उन्होंने ऐसे में इम्युनिटी को मजबूत करने के उपाय बताये. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

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कोरोना में इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं

भीलवाड़ा. कोरोना की दूसरी लहर का कहर लगातार जारी है. हजारों मरीज रोजाना मर रहे हैं और लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं. वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके व्यक्ति भी पॉजिटिव आ रहे हैं. कोरोना संक्रमित होने के बाद लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो रही है. जिसको लेकर भीलवाड़ा की मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. शलभ शर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमित होने के बाद लोगों में डायबिटीज, हाइपरटेंशन, म्युको व माइकोसिस जैसी बीमारी हो रही हैं. इससे बचने के लिए लोगों को जिंक, विटामिन सी और नींबू पानी का उपयोग करना चाहिए.

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इम्युनिटी कमजोर होने से हो रहे हैं दूसरे रोग

डॉ. शलभ शर्मा ने बताया कि प्रतिदिन मेडिकल कॉलेज में 1500 से 2000 सैंपल्स की जांच की जा रही है. वहीं उन्होंने रोग प्रतिरोधक क्षमता को लेकर कहा कि पॉजिटिव होने के बाद रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. इसी वजह से लोग डायबिटीज, हाइपरटेंशन, म्युको व माइकोसिस जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं. वर्तमान में कहीं देखने में आ रहा है कि लोगों की आंखों की रोशनी चली जा रही है. प्रिंसिपल ने बताया कि कोरोना होने के बाद जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, उन्हें दूसरी बीमारियों से बचने के लिए जिंक, विटामिन सी व नींबू पानी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना चाहिए. वही बॉडी में डी हाइड्रेशन नहीं हो इसके लिए प्रतिदिन 5 लीटर से कम पानी नहीं पीना चाहिए.

डॉ. शलभ शर्मा Exclusive

पॉजिटिविटी रेट 20 प्रतिशत घटा

डॉ. शलभ शर्मा ने कहा की पिछले 15 दिनों में कोरोना के केसों में कमी देखने को मिली है. पहले भीलवाड़ा में 40 प्रतिशत मरीज पॉजिटिव आ रहे थे. अब पॉजिटिविटी रेट 20 प्रतिशत हो गया है. फिर भी म्यूट्रेन वायरस की वजह से संक्रमण काफी घातक है जो सीरियस मरीज है उनका अस्पताल में आना जारी है. इसलिए एक भी बेड खाली नहीं है. भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती 80 प्रतिशत मरीज हाईफ्लो आक्सीजन के ऊपर हैं. प्रशासन के सहयोग से ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. बीच में कुछ दवाइयों की कमी थी लेकिन वर्तमान में सभी दवाइयों का स्टॉक मौजूद है.

वैक्सीन लगने के बाद जान का खतरा नहीं होता

वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद भी लोग संक्रमण की जद में आ रहे हैं. इसको लेकर डॉ. शलभ शर्मा ने कहा कि जो व्यक्ति वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद संक्रमित होता है तो उसको जान का खतरा नहीं रहता है. डॉ. शर्मा ने कहा कि वो खुद दोनों डोज लगवाने के बाद पॉजिटिव हो गए थे. लेकिन 10 दिन क्वॉरेंटाइन रहने के बाद वो पूरी तरह से स्वस्थ हो गए. उन्होंने आम लोगों से अपील की कि वो कोरोना गाइडलाइन का पालन करें और वैक्सीन लगवाएं.

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