अजमेर. राजस्थान सरकार के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के गृह जिले अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में लगातार लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं. रविवार अल सुबह भी कोरोना आईसीयू वार्ड में हाई वोल्टेज के कारण कुछ वेंटिलेटर्स में खराबी आ गई और धुआं उठने लगा. देखते ही देखते पूरा आईसीयू धुएं की चपेट में आ गया. घटना में एक मरीज की मौत हो गई है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने खुद इसकी पुष्टि की है.
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गौरतलब है कि अजमेर संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पर कोरोना बीमारी के चलते बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. लेकिन अस्पताल प्रबंधन इस जिम्मेदारी को सतर्कता से निभाने की बजाय लापरवाही के साथ कार्य करकर रहा है. रविवार अलसुबह कोरोना आईसीयू वार्ड में हाई वोल्टेज बिजली के कारण हादसा हो गया. शॉर्ट सर्किट के कारण वेंटिलेटर खराब हो गया और चेंबर में धुआं भरने लगा. इस कारण दम घुटने से एक मरीज की जान भी चली गई.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग लगने के बाद स्थिति बिगड़ गई थी, जिसे अस्पताल प्रशासन ने आनन फानन में दुरुस्त किया और मरीजों के वेंटिलेटर शुरू करवाए. अचानक हुए हादसे से मरीजों और परिजनों में दहशत फैल गई. दम घुटने से एक मरीज की जान भी चली गई.
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वहीं जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि आईसीयू में आग नहीं लगी थी. हाई वोल्टेज के कारण वेंटिलेटर से धुआं उठने लगा था. इसके बाद आईसीयू के 18 मरीजों को शिफ्ट किया गया. इनमें से एक मरीज की जान चली गई. उसकी स्थिति पहले से ही गंभीर चल रही थी. उन्होंने कहा कि इसमें अस्पताल प्रबंधन की किसी तरह की लापरवाही नहीं है.