अजमेर. गुजरात की युवती को मां द्वारा बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. युवती ने जोधपुर में कुछ लोगों को मां द्वारा बेचने व उक्त लोगों द्वारा 2 माह तक देह शोषण करने की रिपोर्ट अजमेर की दरगाह थाना पुलिस को दी. थानाधिकारी ने जीरो नंबरी एफआईआर दर्ज करके जोधपुर के महामंदिर थाना पर पीड़िता को एक महिला कांस्टेबल के साथ भिजवाया है.
अजमेर के दरगाह थाना अधिकारी दलबीर सिंह ने बताया कि थाने पर एक युवती ने उपस्थित होकर रिपोर्ट दी. जिसमें बताया कि वह मूल रूप से सूरत की रहने वाली है. उसकी मां उसे बहला-फुसलाकर जोधपुर लाई और चंद रुपयों के लिए कुछ लोगों के हाथों में सौंप दिया. पिछले 2 माह से उक्त लोग बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म कर रहे थे. वह जैसे-तैसे छिप कर वहां से निकली.
इसके बाद ख्वाजा साहब की दरगाह का ध्यान उसके जहन में आया और वह अजमेर पहुंच गई. उसने बताया कि महामंदिर थाना क्षेत्र की मदीना कॉलोनी स्थित फिरोज व अन्य ने उसके साथ बंधक बनाकर दुष्कर्म किया. पीड़िता की बात को गंभीरता से लेते हुए विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जीरो नंबरी एफआईआर काटी.
इसके बाद महिला कांस्टेबल के साथ पीड़िता को जोधपुर के महामंदिर थाने भेजा गया. आगामी कार्रवाई महामंदिर थाना पुलिस करेगी. थानाधिकारी दलबीर ने बताया कि मामले में मोहम्मद फिरोज, सोहेल, इनुज और पीड़िता की मां को आरोपी बनाया गया है.
क्या होती है जीरो नंबरी एफआईआर...
बता दें कि जीरो नंबरी एफआईआर का मतलब यह है कि किसी भी थाना क्षेत्र में घटना घटित हुई हो, लेकिन वह अन्य थाने में जाकर अपनी रिपोर्ट दर्ज करवा सकता है. इस रिपोर्ट को उक्त थाने में दर्ज तो करवाया जाएगा, लेकिन उस बिना नम्बर के यानी जीरो नंबरी एफआईआर रखा जाएगा. साथ ही उसे सम्बन्धित थाना पुलिस को भेजा जाता है. इसके बाद सम्बन्धित थाना पुलिस उक्त एफआईआर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके जांच करती है.