जालोर. जिले के सांचौर थाना क्षेत्र के एक गांव से लापता दो भील समाज की नाबालिग लड़कियों के शव नर्मदा नहर की मुख्य कैनाल में मिले हैं. सूचना पर पुलिस ने दोनों लड़कियों के शव नहर से बाहर निकाल कर राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए. मामले की जानकारी लगने पर दलित समाज के लोगों के साथ परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया. साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए धरना शुरू कर दिया है.
सांचौर थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह ने बताया कि मंगलावर को परिवादी ने मामला दर्ज करवाया था. रिपोर्ट में बताया कि पलादर गांव से सोमवार की रात से ही दो नाबालिग लापता थी. परिजनों ने मंगलवार को खोजबीन की, लेकिन दोनों कहीं नहीं मिलीं. इस दौरान पास में जेजीएम के तहत पेयजल प्रोजेक्ट का काम कर रहे युवकों पर संदेह होने के बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ की. इसपर एक युवक ने दो अन्य युवकों के साथ मिलकर दोनों लड़कियों को नर्मदा नहर तक ले जाने की बात स्वीकार कर ली थी. ग्रामीणों व परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी और दो युवकों को पुलिस को सुपुर्द कर दिया. इस मामले में नामजद आरोपियों को दस्तयाब करके पूछताछ की जा रही है.
हत्या का आरोप : दोनों शवों के नर्मदा नहर में मिलने की सूचना के बाद पुलिस के एडिशनल एसपी दशरथ सिंह, डीवाईएसपी रूप सिंह इंदा, सांचौर थानाप्रभारी निरंजन प्रताप सिंह सहित अन्य आलाधिकारी मोर्चरी पहुंच गए हैं. इस मामले में परिजनों ने नाबालिग लड़कियों की हत्या कर शव नहर में डालने का आरोप लगाते हुए उपखंड मुख्यालय के आगे धरना शुरू कर दिया है. इस दौरान भाजपा नेता दानाराम चौधरी, सांवला राम देवासी, हरचंद पुरोहित, भील समाज के अध्यक्ष प्रवीण राणा सहित अन्य मौजूद रहे. इस घटना के बाद एसपी किरण कंग सिद्धू ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कानून व्यवस्था के लिए करड़ा, चितलवाना, झाब, सरवाना थाने का जाप्ता सांचौर में तैनात किया है.