हिसार: हांसी पुलिस ने फर्जी तरीके से फर्म बनाकर जीएसटी चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ (Fake gst firm busted in Hisar) करते हुए दो लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. इस गिरोह में करीब 10 और लोग भी शामिल हैं जिनकी तलाश की जा रही है. हांसी साइबर क्राइम थाने की टीम ने दो आरोपियों को अपनी गिरफ्त में लेकर इस बड़े फर्जीवाडे़ का खुलासा किया. आपको जानकर हैरानी होगी कि फर्जी फर्म का गिरोह बनाकर टैक्स चोरी करने वाले ये सभी युवक महज 12वीं पास हैं.
हिसार जिले की हांसी एसपी नीतिका गहलोत (Hansi SP Nitika Gehlot) ने बताया कि हांसी पुलिस के साइबर थाने में एक एफआईआर दर्ज हुई थी. जिसकी जिसकी जांच में एक गिरोह का हमने खुलासा किया है. इनका काम ये था कि गलत तरीके से लोगों के आधार और पैन कार्ड हासिल करके उनके नाम पर जीएसटी फर्म रजिस्टर कराते थे और फर्जी बिल तैयार करते थे. यही बिल ये लोग व्यापारियों को पक्के बिल के तौर पर देते थे ताकि जीएसटी चोरी की जा सके.
इस गिरोह के दो अभियुक्तों को हमने अभी तक गिरफ्तार कर लिया है. इनके साथ 8-10 लड़के और काम करते थे जो व्यापारियों के साथ मिलकर फर्जी बिल तैयार करते थे. इनके पास से दो लैपटॉप, दो मोबाइल फोन, दो पैन ड्राइव, चार एटीएम कार्ड, दो पैन कार्ड, 40 फर्जी बिल, एक हार्ड डिस्क, एक पैसे गिनने की मशीन आदि कई सामान बरामद किये गये हैं.
लैपटॉप और हार्ड डिस्क की जांच से पता चलता है कि इन्होंने करीब 35 फर्म बना रखी थी जो की फर्जी हैं. इन 35 फर्मों में करीब 75 करोड़ का टर्नओवर दिखाया गया है. इस हिसाब से इन लोगों ने करीब 15 से 20 करोड़ का टैक्स चोरी कर रखा है. दो लोग फिलहाल गिरफ्तार किये गये हैं. और इसके अलावा 8 से 10 इनके एजेंट और करीब 10 व्यापारियों को भी नोटिस दिये जा रहे हैं. उनसे भी पूछताछ की जायेगी.
गिरफ्तार किए गए आरोपी शुभम दिल्ली के शुकुरबस्ती का रहने वाला है और दूसरा आरोपी दीपांशु उर्फ मोंटी दिल्ली के मुंडका का रहने वाला है. इन दोनों युवकों ने फर्जी फर्म बनाकर सरकार को जीएसटी के रूप में जाने वाला करोड़ो रूपये का टैक्स चोरी कर (Fake firm formed in Hansi) लिया. आरोपियो ने अलग-अलग नामों से करीब 35 फर्म बनाई हुई थी.