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सीधी बस हादसे में मरने वालों की संख्या हुई 51, चार शव और मिले

सीधी बस हादसे में दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सुबह छह बजे शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में चार और लोगों के शव मिलने से मरने वालों की संख्या 51 हो गई है.

sidhi rescue continues
सीधी रेस्क्यू जारी
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Published : Feb 17, 2021, 9:34 AM IST

Updated : Feb 17, 2021, 2:02 PM IST

सीधी। सीधी सड़क हादसे में आज दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सुबह 6 बजे से शुरू हुए रेस्क्यू में तीन और लोगों के शव मिले हुए हैं. वहीं सीधी के कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने 51 लोगों के मरने की पुष्टि कर दी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में 600 जवान तैनात किए गए हैं. वहीं सीधी के पास के जिलों सिंगरौली, सतना और रीवा से भी पुलिस बल को बुलाया गया है.

इस घटना में अभी भी 5 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है. उधर, रेस्क्यू ऑपरेशन का दायरा बढ़ाकर तकरीबन 35 किलोमीटर का कर दिया गया है. बता दें कि मंगलवार को सीधी से सतना जा रही बस बाणसागर नहर में गिर गई थी. घटना में 47 लोगों की मौत हो गई थी.

हादसा कैसे हुआ ?

नहर में गिरी बस जबलनाथ ट्रेवेल्स की थी, जोकि हर दिन छुहिया घाटी के रास्ते सतना जाती थी. हादसे का सबसे बड़ा कारण रास्ते का संकरा होना माना जा रहा है. बस अपने तय रुट नेशनल हाई-वे नंबर 39 से सीधी से सतना जा रही थी, लेकिन घाटी के रास्ते में खराब सड़क और गढ्ढे की वजह से जाम लगा था. ड्राइवर जाम की वजह से बस को संकरे रास्ते से ले गया, जो नहर से लगकर निकलती है. ड्राइवर ने संतुलन खोया और हादसा हो गया.

Rescue in progress
रेस्क्यू जारी

कहा जा रहा है कि बस की क्षमता 32 सवारियों की थी. इसमें अवैध तरीके से 58 यात्रियों को ले जाया जा रहा था. रूट बदलने और संकरे रास्ते के चलते ये दुर्घटना हुई. मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. रेलवे, एनटीपीसी और एएनएम के विभिन्न पदों के लिए एग्जाम के चलते बस में सवारियों की संख्या ज्यादा थी.

सरकार का मौत पर 'मरहम'

रामपुर नैकिन दुर्घटना में मौत का आंकड़ा 51 हो गया है. इस बीच राज्य और केंद्र सरकार ने मौत पर मरहम लगाने का एलान किया है. दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि देने का एलान राज्य सरकार ने बीते दिन ही कर दिया था. जबकि प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की सहायता राशि देने का एलान किया था. मृतकों में ज्यादा छात्र थे, जो प्रतियोगी परीक्षा देने के लिए सतना जा रहे थे. मध्य प्रदेश सरकार गृह-प्रवेशं कार्यक्रम करने जा रही थी, जिसमें केंदीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होने वाले थे. इस हादसे के चलते इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया था.

शिवराज का स्टेटमेंट

सीएम शिवराज सिंह ने ट्विटर पर लिखा- इस दुर्घटना में हमारे जो भाई-बहन नहीं रहे, उनके परिजनों को पांच लाख रुपए की सहायता राशि तत्काल दी जाएगी. मेरी अपील है कि सभी धैर्य रखें. दुःख की इस घड़ी में सरकार और प्रदेश की जनता आपके साथ है. घटना पर सीएम लगातार नजर बनाए थे. उन्होंने बुधवार तक के अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए. इस दुर्घटना के बाद दो लोगों की जान बचाने वाली बच्ची के साहस की तारीफ भी सीएम ने की है. सीएम ने ट्विटर पर लिखा- परहित सरिस धर्म नहि भाई, बेटी शिवरानी के साहस को प्रणाम करता हूं. अपनी जान की परवाह न करते हुए इस बेटी ने सीधी में घटनास्थल पर नहर में छलांग लगाकर दो नागरिकों की जान बचाई है. मैं बेटी को धन्यवाद देता हूं. पूरे प्रदेश को आप पर गर्व है.

बस का परमिट रद्द परिवहन मंत्री

सीधी बस हादसे के बाद प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा था कि बस का परमिट, फिटनेस और बीमा दुरुस्त था, लेकिन हादसे के बाद बस का परमिट निरस्त कर दिया गया है. जांच में ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं ड्राइवर की लापरवाही से तो यह हादसा नहीं हुआ. अगर ऐसा है तो चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. दुर्घटना के तत्काल बाद ड्राइवर नहर से तैरकर खुद बाहर निकल गया. फिलहाल पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है.

एमपी में अब तक के हादसे

सीधी से सतना जा रही जबलनाथ ट्रेवेल्स की MP 19P 1882 यात्री बस बेकाबू होकर पटना पुल के पास अंतरराज्जीय बाणसागर परियोजना की नहर में गिर गई. बस में लगभग 58 यात्री सवार थे. 50 यात्रियों के शव नहर से निकाल लिए गए हैं. सात यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकला गया है. दूसरे दिन भी रेस्क्यू जारी है.

मध्यप्रदेश में बड़े सड़क हादसे

  • 3 अक्टूबर 2019: रायसेन में बस नदी में गिरी, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई, 20 यात्री जख्मी हो गए. 45 सवारियों को लेकर बस छतरपुर से भोपाल जा रही थी. रास्ते में गड्ढा आने के कारण बस का संतुलन बिगड़ गया था.
  • फरवरी, 2019: तीर्थयात्रियों को लेकर प्रयागराज कुंभ से बस नागपुर जा रही थी. जबलपुर में आधारताल के पास बस पुल से तालाब में गिर गई. हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, 40 यात्री घायल हो गए.
  • अप्रैल 2018: भोपाल से लगभग 680 किलोमीटर दूर सीधी जिले में, जोगदाहा पुल से बस सोन नदी में गिर गई. बस को मिनी ट्रक ने टक्कर मार दी थी. बस में सवार लोग शादी समारोह से लौट रहे थे. हादसे में 21 लोगों की मौत हो गई, 20 से ज्यादा घायल हो गए.
  • सितंबर 2018: दमोह के पास पुलिया से बस नदी में गिर गई. हादसे में एक भाजपा कार्यकर्ता की मौत हो गई और 24 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
  • 13 सितंबर 2017: टीकमगढ़ क्षेत्र में जामनी नदी में गिरी बस. 30 लोग घायल हुए.
  • 11 दिसंबर 2017: टीकमगढ़ क्षेत्र में जामनी नदी में बस गिर गई थी. हादसे में 20 यात्री घायल हुए.
  • 14 अक्टूबर 2016: रतलाम में नामली शहर के पास एक प्राइवेट बस पानी के गड्ढे में गिर गई. हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई.
  • अक्टूबर 2016: विदिशा में संजय सागर बांध के जलग्रहण क्षेत्र में प्राइवेट बस गिरी. हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई. बस भोपाल से शमसाबाद जा रही थी. बस में 50 यात्री सवार थे.
  • दिसंबर 2015: होशंगाबाद जिले में एक बस पुल से नीचे गिर गई. हादसे में 15 यात्रियों की मौत हो गई और 25 घायल हो गए.

सीधी। सीधी सड़क हादसे में आज दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सुबह 6 बजे से शुरू हुए रेस्क्यू में तीन और लोगों के शव मिले हुए हैं. वहीं सीधी के कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने 51 लोगों के मरने की पुष्टि कर दी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में 600 जवान तैनात किए गए हैं. वहीं सीधी के पास के जिलों सिंगरौली, सतना और रीवा से भी पुलिस बल को बुलाया गया है.

इस घटना में अभी भी 5 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है. उधर, रेस्क्यू ऑपरेशन का दायरा बढ़ाकर तकरीबन 35 किलोमीटर का कर दिया गया है. बता दें कि मंगलवार को सीधी से सतना जा रही बस बाणसागर नहर में गिर गई थी. घटना में 47 लोगों की मौत हो गई थी.

हादसा कैसे हुआ ?

नहर में गिरी बस जबलनाथ ट्रेवेल्स की थी, जोकि हर दिन छुहिया घाटी के रास्ते सतना जाती थी. हादसे का सबसे बड़ा कारण रास्ते का संकरा होना माना जा रहा है. बस अपने तय रुट नेशनल हाई-वे नंबर 39 से सीधी से सतना जा रही थी, लेकिन घाटी के रास्ते में खराब सड़क और गढ्ढे की वजह से जाम लगा था. ड्राइवर जाम की वजह से बस को संकरे रास्ते से ले गया, जो नहर से लगकर निकलती है. ड्राइवर ने संतुलन खोया और हादसा हो गया.

Rescue in progress
रेस्क्यू जारी

कहा जा रहा है कि बस की क्षमता 32 सवारियों की थी. इसमें अवैध तरीके से 58 यात्रियों को ले जाया जा रहा था. रूट बदलने और संकरे रास्ते के चलते ये दुर्घटना हुई. मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. रेलवे, एनटीपीसी और एएनएम के विभिन्न पदों के लिए एग्जाम के चलते बस में सवारियों की संख्या ज्यादा थी.

सरकार का मौत पर 'मरहम'

रामपुर नैकिन दुर्घटना में मौत का आंकड़ा 51 हो गया है. इस बीच राज्य और केंद्र सरकार ने मौत पर मरहम लगाने का एलान किया है. दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि देने का एलान राज्य सरकार ने बीते दिन ही कर दिया था. जबकि प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की सहायता राशि देने का एलान किया था. मृतकों में ज्यादा छात्र थे, जो प्रतियोगी परीक्षा देने के लिए सतना जा रहे थे. मध्य प्रदेश सरकार गृह-प्रवेशं कार्यक्रम करने जा रही थी, जिसमें केंदीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होने वाले थे. इस हादसे के चलते इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया था.

शिवराज का स्टेटमेंट

सीएम शिवराज सिंह ने ट्विटर पर लिखा- इस दुर्घटना में हमारे जो भाई-बहन नहीं रहे, उनके परिजनों को पांच लाख रुपए की सहायता राशि तत्काल दी जाएगी. मेरी अपील है कि सभी धैर्य रखें. दुःख की इस घड़ी में सरकार और प्रदेश की जनता आपके साथ है. घटना पर सीएम लगातार नजर बनाए थे. उन्होंने बुधवार तक के अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए. इस दुर्घटना के बाद दो लोगों की जान बचाने वाली बच्ची के साहस की तारीफ भी सीएम ने की है. सीएम ने ट्विटर पर लिखा- परहित सरिस धर्म नहि भाई, बेटी शिवरानी के साहस को प्रणाम करता हूं. अपनी जान की परवाह न करते हुए इस बेटी ने सीधी में घटनास्थल पर नहर में छलांग लगाकर दो नागरिकों की जान बचाई है. मैं बेटी को धन्यवाद देता हूं. पूरे प्रदेश को आप पर गर्व है.

बस का परमिट रद्द परिवहन मंत्री

सीधी बस हादसे के बाद प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा था कि बस का परमिट, फिटनेस और बीमा दुरुस्त था, लेकिन हादसे के बाद बस का परमिट निरस्त कर दिया गया है. जांच में ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं ड्राइवर की लापरवाही से तो यह हादसा नहीं हुआ. अगर ऐसा है तो चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. दुर्घटना के तत्काल बाद ड्राइवर नहर से तैरकर खुद बाहर निकल गया. फिलहाल पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है.

एमपी में अब तक के हादसे

सीधी से सतना जा रही जबलनाथ ट्रेवेल्स की MP 19P 1882 यात्री बस बेकाबू होकर पटना पुल के पास अंतरराज्जीय बाणसागर परियोजना की नहर में गिर गई. बस में लगभग 58 यात्री सवार थे. 50 यात्रियों के शव नहर से निकाल लिए गए हैं. सात यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकला गया है. दूसरे दिन भी रेस्क्यू जारी है.

मध्यप्रदेश में बड़े सड़क हादसे

  • 3 अक्टूबर 2019: रायसेन में बस नदी में गिरी, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई, 20 यात्री जख्मी हो गए. 45 सवारियों को लेकर बस छतरपुर से भोपाल जा रही थी. रास्ते में गड्ढा आने के कारण बस का संतुलन बिगड़ गया था.
  • फरवरी, 2019: तीर्थयात्रियों को लेकर प्रयागराज कुंभ से बस नागपुर जा रही थी. जबलपुर में आधारताल के पास बस पुल से तालाब में गिर गई. हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, 40 यात्री घायल हो गए.
  • अप्रैल 2018: भोपाल से लगभग 680 किलोमीटर दूर सीधी जिले में, जोगदाहा पुल से बस सोन नदी में गिर गई. बस को मिनी ट्रक ने टक्कर मार दी थी. बस में सवार लोग शादी समारोह से लौट रहे थे. हादसे में 21 लोगों की मौत हो गई, 20 से ज्यादा घायल हो गए.
  • सितंबर 2018: दमोह के पास पुलिया से बस नदी में गिर गई. हादसे में एक भाजपा कार्यकर्ता की मौत हो गई और 24 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
  • 13 सितंबर 2017: टीकमगढ़ क्षेत्र में जामनी नदी में गिरी बस. 30 लोग घायल हुए.
  • 11 दिसंबर 2017: टीकमगढ़ क्षेत्र में जामनी नदी में बस गिर गई थी. हादसे में 20 यात्री घायल हुए.
  • 14 अक्टूबर 2016: रतलाम में नामली शहर के पास एक प्राइवेट बस पानी के गड्ढे में गिर गई. हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई.
  • अक्टूबर 2016: विदिशा में संजय सागर बांध के जलग्रहण क्षेत्र में प्राइवेट बस गिरी. हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई. बस भोपाल से शमसाबाद जा रही थी. बस में 50 यात्री सवार थे.
  • दिसंबर 2015: होशंगाबाद जिले में एक बस पुल से नीचे गिर गई. हादसे में 15 यात्रियों की मौत हो गई और 25 घायल हो गए.
Last Updated : Feb 17, 2021, 2:02 PM IST
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