काले चावल की खेती आपको कर देगी मालामाल, फायदे जानकर रह जाएंगे दंग

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Published : Nov 10, 2021, 7:12 AM IST

black rice

काले चावल ओरीजा सैटिवा प्रजाति से आते हैं. प्राचीन काल में चीन के अंदर इन काले चावल के पोषक तत्वों को देखते हुए इसे रॉयल्टी में शामिल किया गया था. अब इस काले चावेल की खेती मध्य प्रदेश में भी होने लगी है.

शिवपुरी। आपको कई ऐसे लोग मिल जाएंगे, जिन्हें चावल खाना तो पसंद है, लेकिन स्वास्थ्य के प्रति सजगता के कारण वे चावल खाने से परहेज करते हैं. ऐसे लोग ब्लैक राइस का विकल्प चुन सकते हैं. दरअसल, कई अध्ययनों में इसके विभिन्न स्वास्थ्य लाभ के बारे में पता चला है. ब्लैक राइस (Black Rice) ब्लड प्रेशर और शुगर (Sugar Disease) जैसी बीमारियों में कारगर साबित हो रहा है. यही वजह है कि शिवपुरी के ग्राम कोटा पंचायत के किसानों ने ब्लैक राइस की खेती शुरू कर दी है.

एमपी में काले चावल की खेती.

एमपी में पहली बार ब्लैक राइस की खेती (Black Rice Farming in MP)
आपको बता दें कि सम्भवतः मध्यप्रदेश में पहली बार किसी किसान ने काले चावल की खेती (Black Rice Farming) शुरू की है. किसान भारत सिंह की ब्लैक राइस फार्मिंग अब चर्चा का विषय बनी हुई है. किसान ने बताया कि काले चावल की खेती पूरी तरह ऑर्गेनिक (Organic Farming) तरीके से की गई है. इसमें किसी तरह के खाद जैसे- यूरिया और अन्य दवाओं का इस्तेमाल नहीं किया गया है. इसमें सिर्फ गोबर का खाद और गाय के मूत्र का प्रयोग किया गया है.

ब्लैक राइस का बाजार में मिलता है अच्छा भाव (Black Rice Market Rate)
भारत सिंह ने बताया कि ब्लैक राइस किसान को आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है. अमूमन सफेद चावल (White Rice) की कीमत 80 से 100 रुपये तक मार्किट में होती है. जबकि ब्लैक राइस की कीमत मार्केट में 200 से 300 रुपये किलो तक जाती है. ऐसे में यह किसानों के लिए मुनाफे का सौदा है. उन्होंने बताया कि अभी हमने सिर्फ चार बीघा में ब्लैक राइस की खेती की है. इस खेती को भविष्य में भी बढ़ाया जाएगा.

​आयरन और प्रोटीन का खजाना है काले चावल (Protein and Iron in Black Rice)
बता दें कि काले चावल ओरीजा सैटिवा प्रजाति से आते हैं. प्राचीन काल में चीन के अंदर इन काले चावल के पोषक तत्वों को देखते हुए इसे रॉयल्टी में शामिल किया गया था. काले चावल के अंदर कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट गुण और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो आपको जिंदगी भर सेहतमंद रख सकते हैं. अगर आप अपनी रोजाना की डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाना चाहते हैं, तो आप काले चावल का सेवन कर सकते हैं. आपको बता दें कि 10 ग्राम ब्लैक राइस में लगभग 9 ग्राम प्रोटीन होती है, जो ब्राउन राइस के मुकाबले कहीं अधिक है. यही नहीं इसमें आयरन भी मौजूद होता है जो शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए बेहद जरूरी है.

​45 ग्राम काले चावल में पोषक तत्वों की मात्रा

  • कैलोरी - 160
  • फैट - 1.5 ग्राम
  • प्रोटीन - 4 ग्राम
  • कार्ब्स - 34 ग्राम
  • फाइबर - रोजाना की जरूरत का 6 प्रतिशत

काले चावल खाने के फायदे (Benefits of Black Rice)

  • अल्जाइमर से करता है बचावः ब्लैक राइस में 23 एंटी ऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं. यह एंटीऑक्सीडेंट गुण आपको ऑक्सीडेटिव तनाव से राहत दिलाते हैं. ज्ञात हो कि ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की वजह से कैंसर, हृदय रोग और अल्जाइमर जैसी समस्या पैदा होती है.
  • हृदय के लिये है फादयेमंदः अब तक ब्लैक राइस को लेकर कई शोध हो चुके हैं जो हृदय रोगों से बचाने के दावे कर रहे हैं. हालांकि यह अध्ययन अभी उतने अधिक नहीं हुए हैं. ब्लैक राइस को लेकर जानवरों और इंसानों पर कई शोध हुए हैं जिनमें एंथोसायनिन की भूमिका को जांचा गया है.
  • कैंसर से करता है बचावः ब्लैक राइस को लेकर हुए कई अध्ययनों में ऐसा पाया गया है कि जो लोग अधिक मात्रा में एंथोसायनिन का सेवन करते हैं, उन्हें कोलोरेक्टल कैंसर होने का खतरा कम होता है. इसके अलावा यह महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की कोशिका को भी कम कर देता है.
  • आंखों को रखता है स्वस्थः ब्लैक चावल के अंदर जेक्सैन्थिन और ल्यूटिन मौजूद होता है. इसमें दो प्रकार की कैरोटीनॉयड होता है, जो आंखों को स्वस्थ रखने में कारगर सिद्ध हो सकते हैं. यह यौगिक आपकी आंखों को नुकसान पहुंचाने वाले हानिकारक मुक्त कणों से राहत दिला सकते हैं.
  • मोतियाबिंद हो जाता है दूरः ब्लैक राइस मोतियाबिंद जैसी समस्या से भी राहत दिला सकता है. इसमें पाये जाने वाले यौगिक मोतियाबिंद को कम करते हैं.
  • मोटापे से रखता है दूरः अगर आप वजन घटाना चाहते है तो आप ब्लैक राइस का सेवन कर सकते हैं. ब्लैक राइस के अंदर मौजूद प्रोटीन और फाइबर आपका पेट को लंबे समय तक भरा रख सकता है, जो आपका वजन घटाने में कारगर सिद्ध हो सकते हैं. इसके अलावा एंथोसायनिन को भी वजन घटाने में कई अध्ययनों में कारगर माना गया है.
  • ग्लूटेन फ्री है ब्लैक राइसः आप शायद जानते ही होंगे कि ग्लूटेन फ्री एक तरह का प्रोटीन होता है, जो कई तरह के अनाज में पाया जाता है, जैसे- गेहूं, जौ और राई आदि. ऐसे लोग सीलिएक रोग से पीड़ित लोगों को इस प्रोटीन से बचना होता है. अगर आप सीलिएक रोग से पीड़ित हैं तो आप ब्लैक राइस का लुत्फ ले सकते हैं.
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