सतना। मध्य प्रदेश सतना जिले के एयरपोर्ट में मंगलवार कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का आगमन हुआ था. इसके बाद में शहडोल जिले के व्यौहारी में कार्यक्रम स्थल के लिए एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर से रवाना हुए थे. राहुल गांधी के आगमन के पहले एयरपोर्ट में कांग्रेस के लीडर पीसीसी चीफ कमलनाथ पहुंचे थे, जहां उनसे मुलाकात करने के लिए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ी थी. जैसे ही कमलनाथ एयरपोर्ट के अंदर बने रेस्ट हाउस में गए, तो उनसे मिलने के लिए पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को अंदर जाने से रोक दिया गया.
इसी दौरान सतना विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी रहे एवं कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी कमलनाथ से मिलने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी. आखिरकार मनीष तिवारी दरवाजा पीटने लगे, उनके साथ वरिष्ठ नेता रविंद्र सिंह सेठी भी मौजूद थे. जब सिक्योरिटी से विवाद की स्थिति बनी तो कमलनाथ के साथ अंदर बैठे हुए सतना के कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा गेट पर आ गए, और मामले को शांत करते हुए मनीष तिवारी और उनके साथ मौजूद रविंद्र सिंह सेठी को अंदर कमलनाथ से मिलवाने के लिए ले गए. तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ.
राहुल गांधी के दौरान भी देखने को मिली चूक: इसके साथ ही एयरपोर्ट में राहुल गांधी की सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिली. कांग्रेसी नेताओं ने ही राहुल गांधी के सुरक्षा के घेरा तोड़ते हुए एयरपोर्ट में प्रवेश हो गए.
बीजेपी ने साधा निशाना: इस मामले पर भाजपा के जिला अध्यक्ष सतीश शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बताया कि कांग्रेस के पीएससी के कमलनाथ से मिलने के लिए जब कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के यह हाल है, तो जनता का क्या होगा. इससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि कांग्रेस मैं कार्यकर्ताओं की कोई जरूरत नहीं है. निष्ठावान कार्यकर्ताओं की कद्र नहीं है. इस प्रकार से एयरपोर्ट का दृश्य देखने को मिला कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी को अपने ही प्रदेश अध्यक्ष से मिलने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी, तो आम जनता का क्या होगा इसलिए अंदाजा लगाया जा सकता है.