मुरैना। जिले में दो पक्ष आपस में भिड़ गए, मामला इतना गर्म हो गया कि, पथराव और गोलियां चलने लगी. बताया जा रहा है कि, सटोरिए की मारपीट के बाद सुबह राठौर समाज के लोगों ने मुस्लिम लड़के की पिटाई कर दी. इससे इस्लामपुरा में बवाल खड़ा हो गया. इस घटना के बाद दोनों पक्षों के लोगों ने एकजुट होकर शुक्रवार की रात जमकर एक दूसरे पर पथराव किया. साथ ही गोलियां भी चलाई. गोलीबारी से किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन पथराव में कई लोग घायल हो गए हैं.
ये है मामला: कोतवाली थाना क्षेत्र के इस्लामपुरा कॉलोनी निवासी मुन्ना राठौर पेशे से सटोरिया है. गुरुवार की शाम किसी बात को लेकर मुस्लिम समुदाय के 3 लड़कों ने उसकी मारपीट कर दी थी. शुक्रवार सुबह मुस्लिम समुदाय के वही तीनों लड़के राठौर मोहल्ले से गुजरे तो मुन्ना राठौर तथा उसके साथियों ने उनको घेर लिया. इस दौरान 2 लड़के वहां से भाग गए. मुन्ना राठौर और उसके साथियों ने अनीस नाम के लड़के को पकड़ लिया. इस लड़के की उन्होंने जमकर मारपीट कर दी.
जमकर बरसाए पत्थर: इस घटना के बाद बदले की भावना से मुस्लिम समाज के लोग एकजुट हो गए. इसी बात को लेकर शुक्रवार की रात राठौर और मुस्लिम समाज के लोग आमने-सामने आ गए. इस दौरान दोनों पक्षों ने आधे घंटे तक एक दूसरे पर जमकर पत्थर बरसाए और गोलियां भी चलाई. हालांकि इस गोलीबारी में किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन पथराव में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए है. घायल अपना इलाज कराने के लिए अस्पताल नहीं पहुंचे. वे पुलिस के डर से चुपचाप अपने-अपने घरों में मरहम-पट्टी कर रहे हैं. शुक्रवार की रात ही मुस्लिम समाज के लोग मामला कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाने पहुंच गए, लेकिन आधी रात तक राठौर समाज की ओर से किसी के थाने पहुंचने की खबर नहीं है.
मुरैना: मामूली विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर चली गोलियां, जांच में जुटी पुलिस
बचाव के लिए पथराव: घटना के बाद मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई है. अधिकारियों ने मोर्चा संभालते हुए बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिया है. सीएसपी अतुल सिंह का कहना है कि, मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ क्रॉस मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. पथराव और फायरिंग करने वालो की पहचान कराई जा रही है. मारपीट और पत्थराव के वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि, मुस्लिम महिलाएं भी पत्थराव कर रही हैं.वीडियो में कुछ लोगों के नाम भी लिए जा रहे हैं. मुस्लिम समाज की महिलाओं का कहना है कि, हमारे यहां तो कोई आदमी नहीं था. केवल महिलाएं और बच्चे थे. राठौर समाज के 30 से 40 लोग आए और पत्थराव के साथ फायरिंग करने लगे. हमने तो अपने बचाव के लिए पथराव किया है.