कटनी। जिले में एक बार फिर लोकायुक्त ट्रैप की खबर से हड़कंप मच गया है. गुरुवार कलेक्ट्रेट में ADM के रिश्वतखोर रीडर को जबलपुर लोकायुक्त ने 5 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है. बताया जा रहा है एडीएम कार्यालय के बाबू दिनेश खरे जोकि रीडर पद पर पदस्थ है. उन्होंने बरही के रिटायर्ड पटवारी रोहानी प्रसाद पटेल से 10 हजार की रिश्वत मांगी थी. जिसकी पहली किस्त 2 हजार वह पहले ही ले चुका था. वहीं आज दूसरी किस्त 5 हजार रूप दी जानी थी.
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10 हजार मांगी थी रिश्वत: इस मामले की जानकारी देते हुए शिकायतकर्ता रोहानी प्रसाद पटेल ने बताया कि उनकी पत्नी के नाम पर दर्ज जमीन का मामला एडीएम कोर्ट पर लगा हुआ था. उसे खारिज करवाने के एवज में रिश्वतखोर रीडर ने 10 हजार की मांग की थी. जिस पर पीड़ित रोहानी प्रसाद पटेल द्वारा जबलपुर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत मिलते ही लोकायुक्त ने डीएसपी के नेतृत्व में 7 सदस्यीय टीम गठित की थी, जिन्होंने कार्रवाई करते हुए आज रीडर बाबू को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया.
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रीडर को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा: कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे डीएसपी दिलीप झरबड़े ने बताया कि एडीएम के रीडर दिनेश खरे द्वारा जमीन निरस्त करने के एवज पर 10 हजार मांग की थी. जिस पर रोहानी प्रसाद पटेल ने जबलपुर पहुंचकर लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी. आज रीडर बाबू दिनेश खरे की ओर से चपरासी गणेश पिल्लई के द्वारा 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. इन दोनों पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा. गौरतलब है कि पिछले दिनों भी जिला अस्पताल अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पीडी सोनी को भी रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था.