जबलपुर। शहरों में क्रिकेट पर सट्टेबाजी संचालित करने वाले सटोरिए सतीश सनपाल के राइट टाउन स्थित कैश कलेक्शन सेंटर में गुरुवार की देर रात आईटी के साथ क्राइम ब्रांच की टीम ने छापा मा. पुलिस के पहुँचते ही ऑफिस में मौजूद तीन-चार युवक यहां-वहां भागने लगे, लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया. सीएसपी प्रभात शुक्ला के साथ इनकम टैक्स असि. कमिश्नर की अगुवाई में हुई इस छापेमारी में लाखों रुपए नकग व करोड़ों की सट्टेबाजी के हिसाब-किताब के दस्तावेज जब्त हुए.
एसपी ने बनाई स्पेशल टीम : पुलिस कप्तान सिद्धार्थ बहुगुणा को मुखबिर से सूचना मिली थी कि सतीश सनपाल ने यातायात थाने से रानीताल चौक के बीच राइट टाउन क्षेत्र में अपने भाई के नाम पर एक ऑफिस खोल रखा है. यहां क्रिकेट की सट्टेबाजी का पैसा एकत्रित किया जाता है. इस सूचना पर कप्तान बहुगुणा के निर्देश पर क्राइम ब्रांच की एक विशेष टीम ने पिछले कई दिनों से घूमकर जानकारियाँ जुटाईं.
कलेक्शन एजेंट बना जरिया : पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि सतीश के कुछ गुर्गे जबलपुर में खाईबाजों और सट्टा खेलने वालों से दिनभर मैचों के दौरान हुई हार-जीत का पैसा एकत्रित करके उक्त कलेक्शन सेंटर के लॉकर में रख देते हैं. दूसरे दिन उस पैसे को हवाला और ऑनलाइन पेमेंट के जरिए सतीश तक पहुँचाया जाता है.यह कार्य एक एजेंट करता हैं, जिस पर निगरानी रखी गई.
लंबे समय से चल रही थी निगरानी : इस काम के लिए 12 से 15 लोगों की पुलिस टीम लगाई गई थी. एक टीम टू-व्हीलर्स में घूम-घूमकर पैसा एकत्रित करके शाम 6 बजे तक ऑफिस में जमा कराती है. दूसरी टीम इनकी गिनती और हिसाब-किताब सतीश तक पहुँचाती है. देर रात तक पुलिस और इनकम टैक्स की टीम जाँच में जुटी रही. इस मामले में सीएसपी प्रभात शुक्ला का कहना है कि मामले की जांच जारी है.
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