इंदौर। महू से पातालपानी, कालाकुंड तक चलने वाली हेरिटेज ट्रेन को सवारी नहीं मिलने के कारण अब सप्ताह में 2 दिन ही चलाया जा सकेगा. दरअसल महू से पातालपानी और कालाकुंड तक यह ट्रेन करीब 30 किलोमीटर का सफर तय करती है. इसमें सवारी करने लोग दूर-दूर से आते हैं(heritage train runs from Mhow to Patalpani).
सिर्फ हफ्ते में दो दिन चलेगी ट्रेन: महू और कालाकुंड के प्राकृतिक सौंदर्य के नजारे को सैलानियों को दिखाने वाली प्रदेश की यह पहली हेरिटेज ट्रेन है. ये बारिश के समय भारी भीड़ के साथ चलती है. इसे इंदौर से रतलाम मंडल ने 2018 में शुरू किया था, लेकिन बारिश के बाद इसमें यात्रियों की संख्या घट जाती है. हालांकि पर्यटकों को लुभाने के लिए ट्रेन में विस्टाडोम कोच, नॉन एसी कोच, एसी चेयर कार की सुविधा है. महू से पातालपानी और कालाकुंड तक ट्रेन चलाने के लिए 1877 में रेलवे ने लाइन बिछाई थी. हालांकि इस ट्रैक का उपयोग नहीं होने के कारण रेलवे ने इसे बंद करने का भी फैसला किया था, लेकिन पर्यटन स्थल को देखते हुए उसे बंद ना करके यहां पर छोटी ट्रेन चलाई जा रही है(Indore heritage train crowded during rainy season). अब बारिश के बाद महू से इस ट्रेन में सवारिया नहीं मिलने के कारण इसे सप्ताह में सिर्फ 2 दिन चलाने की योजना है, जिसके फलस्वरूप यह शनिवार और रविवार को ही अपने निर्धारित समय पर चलेगी.
रेल मंत्रालय से अनुमति के बाद शुरू होगी महू कालाकुंड हेरीटेज ट्रेन
265 रुपए है अधिकतम किराया: इस ट्रेन में एसी चेयर कार का किराया 265 रुपए है, जबकि नॉन एसी चेयर कार का किराया 200 रुपए प्रति टिकट है. पिछले साल के शेड्यूल में हेरिटेज ट्रेन रोजाना सुबह 11:00 बजे मऊ स्टेशन से रवाना होती थी, जो करीब 1:00 बजे कालाकुंड स्टेशन तक पहुंचती थी. इस बीच रेलवे ने इस रूट के चारों ओर विकास कार्य भी कराए हैं. खासकर कालाकुंड रेलवे स्टेशन को ट्रेन के हिसाब से हेरिटेज स्टेशन का रूप दिया गया है.