हरदा। जिला अस्पताल में सोमवार 21 जून की शाम एक असामान्य बालिका का जन्म हुआ. खिरकिया ब्लाक के झांझरी गांव निवासी विक्रम सिंह की पत्नी पप्पी बाई ने सात माह में एक असमान्य बालिका को जन्म दिया. जन्म लेने वाली नवजात के पंजे पूरी तरह से पीठ की ओर मुड़े हुए है और एड़ी आगे की ओर है. बच्ची का अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में उपचार जारी है. बालिका की माँ और दादी बीते तीन दिनों में अपनी बच्ची के ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं. डॉक्टरों ने उन्हें आगामी 10 दिनों तक उपचार करने की बात कही हैं.
अनूठा है मामला
चिकित्सा जगत में इस प्रकार से किसी शिशु के जन्म लेने का अनूठा मामला है. परिजनों को उम्मीद है कि डाक्टर उनकी बच्ची का उपचार कर उनकी बेटी को ठीक कर देंगे. एक गरीब परिवार में असामान्य रूप से जन्म लेने के बाद पूरे परिवार को उसके उपचार की चिंता सता रही है. जन्म लेने वाली बालिका का वजन मात्र एक किलो 600 ग्राम है. जिसके चलते उसे एसएनसीयू वार्ड में रखकर डॉक्टरों के द्वारा उपचार किया जा रहा है. वही बच्ची की मां को अलग वार्ड में रखा गया है. जहां बच्ची की मां के साथ उसकी दादी भी मौजूद हैं. बालिका की दादी का कहना है कि उनकी बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ्य है बस उसके पैर उल्टे हैं. भगवान ने उन्हें जैसा भी बच्चा दिया वे उसका पालन पोषण कर उसे ठीक करने के लिए हर सम्भव प्रयास करेंगे.
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जारी है उपचार
उधर जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ शनी जुनेजा ने बताया कि, "जन्म लेने वाली बालिका के पैर घुटने के नीचे पूरी तरह से उल्टे हैं. वही सामान्य बच्चो के मुकाबले बच्ची का वजन भी कम है. जिसके चलते बच्ची को उसकी माँ से अलग कर एसएनसीयू वार्ड में उपचार किया जा रहा है.