ग्वालियर। आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अब एक बार फिर 1984 में हुए सिख दंगों की गूंज सुनाई देने लगी है. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा के राष्ट्रीय सचिव "मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया कि कमलनाथ के कपड़े खून से सने हुए हैं. कमलनाथ सहित जगदीश टाइटलर एवं सज्जन वर्मा सिख दंगों के आरोपी रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस खूनी कमलनाथ का साथ दे रही है. उन्होंने सिख लोगों से अपील की है कि वह कांग्रेस का हर स्तर पर विरोध करें, क्योंकि वह नफरत फैलाने वाले लोगों को आगे ला रही है. उन्होंने राहुल गांधी के धर्म जाति पर भी सवाल खड़े किए हैं."
सिरसा का राहुल गांधी और कमलनाथ पर आरोप: मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि "राहुल गांधी के न तो दादा सनातनी थे, न उनके नाना सनातनी थे. वह सत्ता पाने के लिए अपने आप को सनातनी बनाने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि सिख दंगों का केस दोबारा रिओपन भी उनके द्वारा किया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अपने लोगों के नाम पर केस में डलवा कर कमलनाथ ने खुद को बचा लिया. केस अभी हाईकोर्ट के सामने है. भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया कि गांधी परिवार आज भी कातिलों को संरक्षण देता है और राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान खोलने की बात करते हैं."
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कांग्रेस ने सिरसा के आरोपों पर दी प्रतिक्रिया: उन्होंने सवाल उठाया कि 1984 के कत्लेआम एवं इमरजेंसी के दौरान लोगों पर ज्यादती करना क्या मोहब्बत की दुकान थी. आज राहुल गांधी को ओबीसी लोग याद आने लगे हैं. उन्होंने राहुल गांधी के धर्म के बारे में जांच करने की भी मांग की है. भाजपा नेता सिरसा के बयान को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनको एक पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह की घटिया भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. किसी को भी दोषी या सजायाफ्ता कोर्ट तय करती है, जब तक कोर्ट ने किसी को दोषी नहीं ठहराया, तब तक उस पर इस तरह के गंभीर आरोप लगाना बेहद निंदनीय है.