ग्वालियर। जिले के घाटीगांव विकासखंड में संचालित पीडीएस दुकानों पर चल रही कालाबाजारी का बड़ा मामला सामने आया है. चार गांवों में संचालित पीडीएस की इन दुकानों को एक ही व्यक्ति जयंत तिवारी संचालित कर रहा था. जब उसके यहां जांच पड़ताल की गई तो खाद्यान्न वितरण में भारी अनियमितताएं मिलीं.
आवंटित खाद्यान्न के बारे में कोई जानकारी नहीं दी: जानकारी के मुताबिक, जयंत तिवारी ही इन चार कंट्रोल दुकानों का संचालक है. इस पर एसडीएम के निर्देश के बाद तीन दुकानों को अस्थाई तौर पर स्व सहायता समूह के हवाले कर दिया गया था. नई व्यवस्था के लिए विज्ञप्ति जारी कर दी गई थी. इस मामले में जब संचालक जयंत तिवारी से पूछताछ की गई तो उन्होंने जिला प्रशासन से आवंटित खाद्यान्न के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. एसडीएम अनिल बनवारिया का कहना है कि "इन दिनों चल रही लाडली बहना योजना में केवाईसी करने में भी जयंत तिवारी ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बावजूद लापरवाही की थी."
खाद्यान्न कालाबाजारी में बेचा: इसकी शिकायतें भी जिला प्रशासन के पास पहुंची हैं. जिले में कई खाद्यान्न की दुकानों पर आए दिन गड़बड़ घोटाले के प्रकरण सामने आते है, लेकिन यह मामला लाखों रुपए की खाद्यान्न गड़बड़ी का है. एसडीएम के मुताबिक, मेहरामपुरा चराई डांग धुआं और सुरेला में संचालित पीडीएस दुकानों में 900 क्विंटल से ज्यादा खाद्यान्न गायब मिला है. आशंका है कि यह खाद्यान्न संचालक जयंत तिवारी ने कालाबाजारी में बेचा है. इसलिए घाटीगांव थाने में उसके खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई गई है. एसडीएम ने आशंका जताई है कि जिले में संचालित पीडीएस की दुकानों में इस तरह की गड़बड़ियां मिल सकती हैं, इसलिए नए सिरे से प्रशासन जांच पड़ताल करेगा.