डिंडौरी। जिले के बजाग जनपद की खरगहना ग्राम पंचायत में अवैध रेत खनन ग्रामीणों के लिए नासूर बन गया है. जहां बार-बार मना करने के बाद भी ट्रैक्टर मालिक नदी से रेत खनन कर गांव की कच्ची सड़क से चलकर नदी किनारे पहुंच रहे हैं, जिसके चलते सड़क के परखच्चे उड़ गए हैं. ऐसे में ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से रेत माफिया पर कार्रवाई के साथ-साथ सड़क बनाने की मांग की है.
सड़क पर पैदल चलना दूभर
अवैध खनन के चलते आलम ये है कि गांव से शहर अगर किसी ग्रामीण को जाना है तो वह नहीं जा पा रहा है क्योंकि कार, बाइक और साइकिल तो दूर इस रास्ते पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है. खरगहना से कोडिया गांव तक लगभग 2 किलोमीटर कच्ची पीडब्ल्यूडी की सड़क है. इस सड़क से ग्रामीण खरगहना होते हुए डिंडौरी अपने काम से जाते थे, लेकिन जब से बारिश का दौर शुरू हुआ है और नर्मदा में रेत आई है, तभी से गांव में ट्रैक्टर मालिकों की नजर रेत पर पड़ी है.
ग्रामीणों ने लगाया ये आरोप
रेत को नर्मदा नदी से निकालने के लिए आधा दर्जन ट्रैक्टर खरगहना से कोडिया गांव तक कच्चे रास्ते से पहुंचते हैं, जहां से रोजाना ग्रामीणों का आना जाना लगा रहता था, ग्रामीणों का आरोप है कि जब से अवैध रेत खनन हो रहा है, तभी से कच्ची सड़क चलने लायक भी नहीं बची. खरगहना से कोडिया गांव तक सड़क लगभग दो किलोमीटर लंबी है, जहां कई जगहों पर खाई बन गई है. अब ट्रैक्टर भी उस मार्ग से नहीं निकल पा रहे हैं.
कई जगह किया गया है अवैध रेत डंप
नर्मदा नदी से रेत निकालने के बाद ट्रैक्टर चालक नदी किनारे ही बड़ी मात्रा में रेत को बेचने के लिए डंप करके रखे हैं. कोडिया गांव की तरफ जाते समय कई ऐसी जगह मिलेगी, जहां अवैध रेत डंप किया गया है. वहीं नर्मदा नदी से रेत निकाल रहे ट्रैक्टर चालकों को पुलिस के आने की सूचना मिली तो ट्रैक्टर चालक तेज रफ्तार में भागते नजर आए.