डिंडौरी। मध्य प्रदेश के डिंडौरी से 23 किलोमीटर दूर स्थित रकरिया गांव में पीले रंग के मेंढकों का झूंड देखने को मिला है. मानसून में चमकदार पीले मेंढक (yellow frog) उछल-कूद करते हुए नजर आए. मेंढकों का पीला रंग और हरकत ने गांव वालों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. गांव में पिछले तीन दिनों से काफी जोरदार बारिश हुई थी, जिसके बाद मेंढकों का यह झुंड दिखा. गांव वाले हैरान हैं क्योंकि पीले रंग का मेंढक उन्होंने पहली बार देखे हैं.
लोगों को आकर्षित कर रहा पीले रंग का मेंढक
पीले रंग का मेंढक आमतौर पर महाराष्ट्र में ही नजर आते थे. मेंढकों की इस प्रजाति को होपलोब्राटेचस टाइगरिनस के नाम से जाना जाता है. वैसे तो इन्हें झुंड में रहना पसंद नहीं है. यह समुद्री इलाकों के आस-पास ही पाए जाते हैं, लेकिन बीते कुछ सालों से इन्हें आबादी वाले क्षेत्रों में भी देखा जा रहा है. गांव वालों का कहना है कि अब तक हमने एक ही रंग के मेंढक देखें थे, लेकिन आज पहली बार पीले रंग का मेंढ़क देखा है. यह दुर्लभ प्रजाति के हैं.
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इस प्रजाति के मेंढक जहरीले नहीं होते हैं. ये सिर्फ मेटिंग के लिए इकट्ठा होते हैं. फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को नियंत्रित करने के लिए खेतों के आस-पास इनकी मौजूदगी काफी फायदेमंद बताई जाती है. आमतौर पर यह भूरे रंग से लेकर हल्के हरे रंग में दिखाई देते हैं.