छिंदवाड़ा। एमपी में टिकट को लेकर नाराजगी सिर्फ कांग्रेस में ही नहीं बल्कि बीजेपी में भी देखने मिल रही है. शनिवार को बीजेपी ने प्रत्याशियों की पांचवी लिस्ट जारी कर दी है. 230 में से 228 सीटों पर प्रत्याशी घोषि हो चुके हैं, जबकि दो कैंडिडेट्स का ऐलान होना बाकि है. वहीं लिस्ट आने के बाद छिंदवाड़ा की चौरई विधानसभा से पूर्व विधायक पंडित रमेश दुबे को टिकट न मिलने पर नाराजगी देखी गई. दुबे के समर्थकों ने छिंदवाड़ा के भाजपा कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया. जहां प्रहलाद पटेल के मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.
बीजेपी ने बदला चेहरा,समर्थकों ने जताया विरोध: विधानसभा चौरई अनारक्षित सीट है. सन 1990 से भाजपा पंडित रमेश दुबे को ही अपना उम्मीदवार बना रही थी. 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने वहां से चेहरा बदलकर लखन वर्मा को मैदान में उतारा है. जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने लोधी चेहरा को मौका दिया है. इसके विरोध में पूर्व विधायक पंडित रमेश दुबे के समर्थकों ने बीजेपी कार्यालय पहुंचकर जमकर नारेबाजी की और हजारों कार्यकर्ताओं सहित पदाधिकारी ने इस्तीफा भी दिया.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के समर्थक हैं लखन वर्मा: चौरई विधानसभा में करीब 15 फीसदी लोधी मतदाता हैं. इसी को ध्यान में रखकर भारतीय जनता पार्टी लोधी वोट बैंक पर कब्जा करने के लिए नए चेहरे को मैदान में उतारा है. भाजपा द्वारा घोषित प्रत्याशी लखन वर्मा वर्तमान में जिला पंचायत के सदस्य हैं और लोधी समाज के अध्यक्ष रह चुके हैं. केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के समर्थक लखन वर्मा के लिए उनसे लॉबिंग कर रहे थे. इसी के चलते केंद्रीय मंत्री पहलाद पटेल के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.
हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला भाजपा मुख्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के प्रति जमकर नारेबाजी की. यहां पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के खिलाफ भी जमकर आक्रोश व्यक्त किया गया और खुलकर नारेबाजी की गई. इस्तीफा देने वालों की संख्या इतनी ज्यादा है कि भाजपा हाई कमान को भी कार्यकर्ताओं को समझाने में पसीना आने लगा है. इस्तीफा देने वालों में पार्टी के अनेक पदाधिकारी सहित जिला पंचायत और जनपद पंचायत में बैठे हुए अनेक सदस्य भी शामिल हैं.
जिला पंचायत के चुनाव में लखन वर्मा पर लगे थे पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप: पिछले साल छिंदवाड़ा में संपन्न हुए जिला पंचायत के चुनाव में लखन वर्मा जिला पंचायत उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए तैयारी कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार नहीं बनाया. इसलिए उन्होंने क्रॉस वोटिंग किया था. ऐसा आरोप लगाते हुए पंडित रमेश दुबे के समर्थकों ने बगावत शुरू कर दी है.